कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में लगातार हो रही गिरावट पर गहरी चिंता जताई है। कांग्रेस का कहना है कि इससे आर्थिक चुनौतियों में इजाफा होगा। इससे लोगों पर सीधा असर पड़ेगा। कांग्रेस ने कहा कि आयात महंगा होने से जरूरी वस्तुओं की कीमतें बढ़ने के साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में लगातार हो रही गिरावट पर गहरी चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने डॉलर के मुकाबले में रुपये का शतक लगवाने का संकल्प लिया है।
दरअसल, रुपये के अवमूल्यन से आर्थिक चुनौतियों में इजाफे की आशंका जताते हुए पार्टी ने कहा कि इससे आम लोगों पर सीधा असर पड़ेगा क्योंकि आयात महंगा होने से जरूरी वस्तुओं की कीमतें बढ़ने के साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी।
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना
कांग्रेस पार्टी सोशल- डिजिटल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने रुपये की गिरावट पर प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी के बयानों का जिक्र कर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तब उन्होंने कहा था कि रुपए के मूल्य के साथ-साथ प्रधानमंत्री और उनके पद की गरिमा भी गिर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने दिया आंकड़ो का हवाला
- कांग्रेस प्रवक्ता ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जब पीएम मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभाला तब डॉलर की तुलना में रुपये का मूल्य 58 जो अब 87 रुपए के आस-पास पहुंच गया है और स्वतंत्रता के बाद प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में डॉलर की तुलना में रुपये में सबसे अधिक कुल 34 प्रतिशत की गिरावट का रिकार्ड बना है।
- कांग्रेस प्रवक्ता के अनुसार पंडित नेहरू के कार्यकाल में डॉलर की तुलना में रुपये में गिरावट दो प्रतिशत, इंदिरा गांधी के पहले और दूसरे कार्यकाल के दौरान दो से पांच प्रतिशत, राजीव गांधी और वीपी सिंह के कार्यकाल में छह प्रतिशत समग्र गिरावट हुई।
- उन्होंने कहा कि पीवी नरसिम्हा राव को एक बिखरी हुई अर्थव्यवस्था विरासत में मिली और रुपए का 17 प्रतिशत अवमूल्यन हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में 11 प्रतिशत और डॉ. मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल में 17 प्रतिशत की गिरावट आयी।
- कांग्रेस नेता ने आशंका जताई कि रुपए में गिरावट को देखते हुए रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ा सकता है जिसका असर ईएमआई पर पड़ेगा और आम लोगों का वित्तीय बोझ बढ़ेगा।
यह भी पढें: ‘मैं पुतिन से तुरंत मिलूंगा’, डोनाल्ड ट्रंप बोले- मेरे संबंध उनसे अच्छे, मगर युद्ध खत्म करना ही होगा
देश-दुनिया की हर ताज़ा खबर और सटीक जानकारी, हर पल आपके मोबाइल पर! अभी डाउनलोड करें- जागरण ऐप