राठौड़ ने कहा, ‘एक 14 साल के बच्चे का इस तरह खेलना निश्चित रूप से उसे खास बनाता है। हमने उसे पहली बार चार महीने पहले देखा था जब वह ट्रायल के लिए आया था। उस दिन से हमें पता था कि हमें कुछ खास मिला है और उसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हमारी है।’ राठौड़ को लगता है कि सूर्यवंशी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा कर सकते हैं, बशर्ते वह कड़ी मेहनत करते रहें।
उन्होंने कहा, ‘उसने असाधारण पारी खेली। वह गेंद को अच्छी तरह से हिट करता है। उसमें कुछ खास है और अगर वह आगे बढ़ता रहा और कड़ी मेहनत करता रहा, तो वह लंबे समय तक भारत की तरफ से खेल सकता है।’ राठौड़ ने हालांकि कहा कि सूर्यवंशी की तुलना सचिन तेंदुलकर से करना अनुचित होगा जिन्होंने 16 साल की उम्र में भारत की तरफ से पदार्पण किया था।
उन्होंने कहा, ‘ऐसा करना बहुत जल्दबाजी होगी। एक बच्चे की तुलना सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी से करना अनुचित है।’ गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज साई सुदर्शन ने भी सूर्यवंशी की जमकर तारीफ की। सुदर्शन ने कहा, ‘वैभव ने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह जबरदस्त थी और देखने में शानदार थी लेकिन हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हम सोच रहे थे कि हमने 10 रन अधिक बनाए हैं लेकिन जिस तरह से उन्होंने शुरुआत की और बल्लेबाजी की उससे पता चला कि हम गलत थे और हम थोड़ा और रन भी बना सकते थे।’