वरिष्ठ राजनयिक दिनेश के. पटनायक को कनाडा में भारत का नया उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है जिससे भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की उम्मीद है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। खालिस्तान मुद्दे पर समझदारी और नए कनाडाई प्रधानमंत्री के साथ बातचीत से रिश्ते सामान्य होने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वरिष्ठ राजनयिक दिनेश के. पटनायक को कनाडा में भारत का नया उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। यह पद पिछले नौ महीनों से खाली था।
भारत ने अक्टूबर 2024 में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े विवाद के बाद अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया था। भारत और कनाडा के बीच तनाव 2023 में तब बढ़ा था जब कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था।
नई सरकार के बाद सुधरने लगे रिश्ते
भारत ने इन आरोपों को बेतुका और राजनीतिक से प्रेरित करार दिया था। भारत का कहना है कि कनाडा ने इस बारे में कोई सबूत पेश नहीं कर पाई है। भारत ने कनाडा के छह राजनयिकों को 19 अक्टूबर 2024 तक देश छोड़ने का आदेश दिया था। कनाडा ने भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाई की थी।
अब कनाडा की नई सरकार के आने के बाद भारत से रिश्ते सुधारने की कोशिश हो रही है। जून 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा यात्रा और नए कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ उनकी मुलाकात में रिश्तों को समान्य बनाने पर बात हुई। दोनों नेताओं ने उच्चायुक्तों की बहाली, व्यापार वार्ता को फिर से शुरू करने, कनेक्टिविटी, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति जताई।
उसके बाद से खालिस्तान मुद्दे पर दोनों तरफ से कोई सार्वजनिक बयानबाजी भी नहीं हुई है। दिनेश के. पटनायक (1990 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी) अभी स्पेन में भारत के राजदूत हैं और उन्हें खालिस्तान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अनुभव के कारण उपयुक्त माना जा रहा है। उनकी नियुक्ति से भारत-कनाडा संबंधों में विश्वास बहाली और व्यापार, शिक्षा, और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की उम्मीद है।