इमेज कैप्शन, सांगली में शौर्य पाटिल के अंतिम संस्कार के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे….में
महाराष्ट्र के सांगली शहर के रहने वाले एक स्कूली छात्र ने दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन पर आत्महत्या कर ली. छात्र ने सुसाइड से पहले एक नोट में लिखा था कि वह शिक्षकों की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी जान दे रहा है.
मृतक छात्र का नाम शौर्य प्रदीप पाटिल है और वह मूल रूप से सांगली ज़िले के ख़ानपुर तालुका के धवलेश्वर का रहने वाला है.
लेकिन पिता प्रदीप पाटिल अपने सोने-चांदी के आभूषणों के कारोबार के कारण परिवार के साथ बीते कई वर्षों से दिल्ली में बसे हुए हैं.
शौर्य भी अपने परिवार के साथ दिल्ली के राजीव नगर इलाके में रहते थे. वह दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल की कक्षा दसवीं के छात्र थे.
बीबीसी से बात करते हुए पुलिस उपायुक्त (दिल्ली मेट्रो) कुशाल पाल सिंह ने कहा, “हम फ़िलहाल मामले की जांच कर रहे हैं. अभी के लिए स्कूल और मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखे गए हैं. इसकी जांच की जाएगी. इसके अलावा उसके साथ पढ़ने वाले 4-5 बच्चों से भी पूछताछ की जाएगी. इस जांच के आधार पर हम कार्रवाई करेंगे.”
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ”मैं इस मामले को एक चिंतित मां-बाप के नज़रिए से देख रहा हूं, न कि एक शिक्षा मंत्री की हैसियत से. हमने केस की जांच के लिए एक कमिटी गठित की है. हम स्कूलों को पत्र लिखकर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मामलों से निपटने के लिए सीबीएसई के निर्देशों का पालन करने के लिए कहेंगे.”
इस बीच स्कूल के तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
इन शिक्षकों को बताया गया है कि “स्कूल को उनके ख़िलाफ़ दर्ज एफ़आईआर (संख्या 336ए, तीस हज़ारी कोर्ट, दिनांक 19 नवंबर 2025) की जानकारी दी गई है. संबंधित अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. ऐसे में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, स्कूल प्रशासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है. वे जाँच पूरी होने और संबंधित अधिकारी के अगले आदेश तक निलंबित रहेंगे.”
बीबीसी ने इस संबंध में स्कूल प्रशासन से बात करने की कोशिश की पर कॉपी लिखे जाने तक संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है.
आख़िर हुआ क्या?
इमेज कैप्शन, शौर्य ने मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म से सड़क पर कूदकर जान दे दी
शौर्य मंगलवार 18 नवंबर को राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन से नीचे कूद गए थे.
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने शौर्य को मृत घोषित कर दिया.
शौर्य के पिता काम के सिलसिले में अपने गांव धवलेश्वर आए हुए थे. घटना की जानकारी मिलते ही वह तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
आत्महत्या करने से पहले शौर्य ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था. नोट में साफ़ लिखा है कि वह आत्महत्या करने जा रहे हैं क्योंकि स्कूल के प्रिंसिपल समेत चार शिक्षकों ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था.
इस मामले में राजौरी गार्डन मेट्रो पुलिस ने संबंधित शिक्षकों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है.
इस बीच शौर्य का अंतिम संस्कार 20 नवंबर को उनके पैतृक गांव धवलेश्वर में किया गया.
सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
दिल्ली पुलिस को शौर्य पाटिल के स्कूल बैग से एक सुसाइड नोट मिला था.
इस नोट में उन्होंने लिखा था, “मेरा नाम शौर्य पाटिल है. कृपया इस मोबाइल नंबर पर कॉल करें. मुझे बहुत दुख है कि मैंने ऐसा किया लेकिन स्कूल वालों ने इतना कुछ कहा कि मुझे ऐसा करना पड़ा.”
अगर किसी को ज़रूरत हो तो मेरा अंग दान करें.” मेरे माता-पिता ने बहुत कुछ किया, आई एम सॉरी, मैं उन्हें कुछ नहीं दे पाया…सॉरी भैया…सॉरी मम्मी, आपका आख़िरी बार दिल तोड़ रहा हूं. ”
परिवार ने क्या कहा?
शौर्य पाटिल के पिता प्रदीप पाटिल ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि वह कारोबार के सिलसिले में पिछले 20 सालों से दिल्ली में रह रहे हैं.
शौर्य के पिता ने बताया, “मेरा बेटा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था. पिछले आठ-दस महीनों से स्कूल के शिक्षक उसे बहुत प्रताड़ित कर रहे थे. उसने हमें इस बारे में बताया भी था. लेकिन चार दिन पहले एक शिक्षक ने कहा कि उसे टीसी देकर स्कूल से निकाल दिया जाएगा. चूंकि वह दसवीं कक्षा में था और स्कूल प्रशासन के पास उसके 20 मार्क्स थे, इसलिए हमने उनसे शिकायत नहीं की. पर उसे धमकाया गया और प्रताड़ित किया गया.”
उन्होंने आगे बताया, “कल स्कूल में प्रैक्टिस करते समय वह फिसलकर गिर गए और उन्हें बताया गया कि उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया है, वह ओवरएक्टिंग कर रहे थे. फिर वह रोने लगा और कहा, ‘नहीं, मैंने ऐसा नहीं किया. तो उसके टीचर ने कहा, ‘रोओ मत और ड्रामा मत करो. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा’.”
इमेज कैप्शन, शौर्य पाटिल के पिता प्रदीप पाटिल
प्रदीप पाटिल ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे ने कई छोटी-छोटी बातों के कारण इस तरह का व्यवहार किए जाने के बाद यह कदम उठाया.
उन्होंने कहा है कि इसके लिए स्कूल और संबंधित शिक्षक पूरी तरह जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने सुसाइड नोट लिखा है. यह हर माता-पिता के लिए संवेदनशील है. उसने कहा है कि उसके शरीर के अंग ज़रूरतमंदों को दे दें. उसने मुझसे, मेरी पत्नी और अपने भाई से माफ़ी मांगते हुए कहा कि आपने मेरे लिए इतना कुछ किया लेकिन मैं आपके लिए अच्छा नहीं बन सका, कुछ नहीं कर सका.”
प्रदीप पाटिल ने कहा कि अपने नोट में शौर्य ने आख़िर में लिखा है कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए ताकि किसी अन्य स्कूल के स्टूडेंट्स के साथ ऐसा न हो.
शौर्य के पिता ने कहा है कि उनकी अंतिम इच्छा है कि दोषी को सज़ा मिले.
‘महाराष्ट्र और सांगली के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना’
शिवसेना-यूबीटी के नेता केसरी चंद्रहार पाटिल ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, ”दिल्ली के सांगली के धवलेश्वर क्षेत्र में एक छात्र की आत्महत्या महाराष्ट्र और सांगली जिले के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.”
चंद्रहार पाटिल ने इस बात की भी जांच की मांग की है कि क्या शौर्य को इस वजह से परेशान किया जा रहा था कि वह दूसरे राज्य से थे या कोई और वजह थी. आख़िर उसने आत्महत्या क्यों की?
चंद्रहार पाटिल ने ये बातें उस वक़्त कही हैं जब वह धवलेश्वर में मृतक शौर्य के परिवार से मिलने और उन्हें सांत्वना देने आए थे.
महत्वपूर्ण सूचना:
मानसिक समस्याओं का इलाज दवा और थेरेपी से संभव है. इसके लिए आपको मनोचिकित्सक से मदद लेनी चाहिए, आप इन हेल्पलाइन से भी संपर्क कर सकते हैं-
समाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय की हेल्पलाइन- 1800-599-0019 (13 भाषाओं में उपलब्ध)
इंस्टीट्यूट ऑफ़ ह्यमून बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज-9868396824, 9868396841, 011-22574820
हितगुज हेल्पलाइन, मुंबई- 022- 24131212
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस-080 – 26995000
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