नेपाल-चीन सीमा पर मंगलवार के तड़के तक़रीबन 7.1 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप इतना ताक़तवर था कि इसके झटके उत्तर भारत में महसूस किए जाने की ख़बरें आ रही हैं.
चीन के सरकारी चैनल सीसीटीवी के मुताबिक़ भारतीय समयानुसार मंगलवार की सुबह तिब्बत के शिगात्से शहर में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया है.
चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र की ओर से जारी बयान के अनुसार भूकंप सुबह 6:35 (भारतीय समयानुसार) आया है.
वहीं समाचार एजेंसी एएफ़पी के रिपोर्टर का कहना है
कि नेपाल की राजधानी काठमांडू में मंगलवार तड़के भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस
किए गए. भूकंप की तीव्रता 7.1 बताई जा रही है.
नेपाल के सोलुखुम्बु के सहायक मुख्य ज़िला अधिकारी रूपेश विश्वकर्मा के अनुसार, एक बड़ा भूकंप महसूस किया गया, लेकिन अभी तक कोई
शारीरिक या मानवीय क्षति की सूचना नहीं है.
विश्वकर्मा ने बीबीसी नेपाली को टेलीफोन पर कहा, “यह एक बड़े भूकंप
जैसा महसूस हुआ. मैंने बस बाहर देखा और यहां आसपास कोई नुक़सान नहीं हुआ. लोबुचे तक
पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं.”
तिब्बत क्षेत्र के शिगात्से शहर में आए इस भूकंप से आशंका
जताई जा रही है कि वहां ख़ासा नुक़सान हो सकता है.
चीन के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में कई बार भूकंप आए हैं. साल
2008 में सिचुआन प्रांत में आए भूकंप में
70,000 लोग मारे गए थे.
चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी के मुताबिक़, बीते पांच
सालों में शिगात्से के 200 किलोमीटर के दायरे में 3 और उससे अधिक तीव्रता के 29
भूकंप आ चुके हैं. ये सभी भूकंप मंगलवार की सुबह आए भूकंप से हलके थे.
साल 2015 में काठमांडू के नज़दीक आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में
9,000 लोगों की मौत हुई थी और हज़ारों लोग घायल हुए थे. ये देश में आया अब तक का
सबसे भयानक भूकंप था.