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दुबई में विडियो कॉल कर गुर्गे ने दिखाए थे मर्डर के ‘सबूत’, नादिर शाह हत्या मामले में बड़ा खुलासा – henchman shown evidence of the murder through a video call in dubai

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Oct 1, 2024


नई दिल्ली : ग्रेटर कैलाश में हुए नादिर शाह मर्डर के थोड़ी देर बाद मौके से दुबई के लिए एक विडियो कॉल हुई। तसल्ली करवाई गई कि मर्डर को अंजाम दिया जा चुका है। जिम के आगे के हालात और कार में लगी गोलियां विडियो कॉल के जरिए दिखाई गई। अब सवाल ये है कि आखिर दुबई में बैठा वो कौन शख्स है, जो नादिर के मर्डर की पुष्टि करना चाहता था? दुबई में कैसे पता चला कि मर्डर हो चुका है? कत्ल के तुरंत बाद गुर्गे क्यों ओर किसने मौके पर भेजा?

फूंक-फूंक कर कदम रख रही स्पेशल सेल

स्पेशल सेल नादिर मर्डर की कोई ठोस वजह नहीं पता कर सकी है। केस कई पूर्व और मौजूदा पुलिस अफसरों, गैंगस्टरों और लाइजनरों के बीच फंसा है। अभी तक जितने नाम सामने आए हैं, उन सभी के तार ऊपर तक जुड़े हैं। इसलिए स्पेशल सेल फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। गैंगस्टर हाशिम बाबा को मंडोली जेल से लाकर खंगाला गया। जेल में इस्तेमाल फोन बरामद नहीं हो सका। यमुनापार के कुछ ‘बूढ़े गैंगस्टरों’ के तार भी जुड़ रहे हैं, जिन तक उसी फोन के जरिए पहुंचा जा सकता था। इनकी दुबई में भी गहरी पैठ है।

दुबई भाग चुके गैंगस्टरों का क्या कनेक्शन?

पुलिस सूत्रों ने बताया कि दुबई में बैठे या भाग चुके कई गैंगस्टर गुजरे समय में यमुनापार के बूढ़े बदमाशों के साथ जेलों में रह चुके हैं। कत्ल की साजिश के तार दुबई, साबरमती जेल, मंडोली जेल से होते हुए वेलकम-सीलमपुर तक जा रहे हैं। शूटर मधुर और योगेश उर्फ राजू 19 दिन से फरार हैं। यह हालत तब है, जब सरगना हाशिम बाबा सात दिन से स्पेशल सेल की रिमांड पर रहा। कुछ संदिग्धों को जांच में शामिल होने के नोटिस भेजे गए, जिनमें से एक से विडियो कॉल के जरिए पुलिस बात कर चुकी है। इसे चुप्पी साधने की हिदायत दी है।

केस खत्म होने पर भी बनवाया बीसी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि साउथ दिल्ली में दबदबे की जंग के लिए नादिर शाह का मर्डर करवाया गया। पुलिस अफसरों और गैंगस्टरों के क्राइम सिंडिकेट से रिश्तों से नादिर काफी मजबूत हो गया था। साउथ दिल्ली पर पहले ‘राज’ करने वाले गैंगस्टरों को रास नहीं आ रहा था। इनके लिए काम कर रहे गुर्गे नादिर के आगे असहाय हो गए थे। ये लंबे समय से नादिर को कानूनी पचड़ों में फंसाने में लगे थे। पुराने तीन केस खत्म हो चुके थे। कोटला मुबारकपुर का केस हाई कोर्ट से रद्द हो चुका था। इसके बावजूद नादिर को बैड कैरेक्टर (BC) बनवाया गया। नादिर फिर भी काबू में नहीं आया। मर्डर के जरिए रास्ता साफ कर लिया गया।

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