जून 2024 तिमाही की तुलना में मुनाफा 93% कम
आईओसी ने जुलाई-सितंबर 2024 की तिमाही में 3,773 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। वहीं, EBITDA मार्जिन 2.17% रहा। पिछली तिमाही (जून 2024) की तुलना में कंपनी का मुनाफा 93% कम हुआ है। जबकि आय में 10% की गिरावट आई है। कुल खर्च में भी बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले साल की इसी अवधि के 1.86 लाख करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 1.97 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
आईओसी का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) अप्रैल-सितंबर 2024 की अवधि के लिए घटकर 4.08 डॉलर प्रति बैरल रह गया। वहीं, पिछले साल इसी अवधि में यह 13.12 डॉलर प्रति बैरल था। जीआरएम कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में बदलने से होने वाले लाभ को मापता है।
क्यों आई मुनाफे में इतनी तगड़ी गिरावट?
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है। जून से शुरू होने वाले चार महीने के मानसून सीजन के दौरान ईंधन की मांग में आमतौर पर गिरावट देखी जाती है। विभिन्न क्षेत्रों में इस दौरान बाढ़ के कारण आवाजाही प्रभावित होती है। इससे ईंधन की मांग कम हो जाती है। इस साल अगस्त और सितंबर में भारत में ईंधन की खपत में साल-दर-साल गिरावट दर्ज की गई। सितंबर में यह दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई। वैश्विक स्तर पर, सितंबर में समाप्त तिमाही में कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 17% की गिरावट आई है।
समेकित आधार पर, IOC ने दूसरी तिमाही में 449 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया। जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 13,713 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। सोमवार को NSE पर IOC के शेयर 0.4% की गिरावट के साथ 145.74 रुपये पर बंद हुए।