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सारांश
- नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद इस्तीफ़ा दिया. राष्ट्रपति ने इस्तीफ़ा मंज़ूर किया.
- कई हाई प्रोफ़ाइल राजनेताओं के घरों पर हमला और तोड़फोड़. इनमें केपी शर्मा ओली और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के करीबियों को भी निशाने पर लिया गया. राजनीतिक दलों के मुख्यालयों पर भी हमले.
- पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे.
- जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने सरकार की ओर से प्रदर्शनकारियों पर अत्याधिक बल प्रयोग के विरोध में इस्तीफ़ा दिया.
- कृषि और पशु मंत्री राम नाथ अधिकारी और गृह मंत्री रमेश लेखक ने भी इस्तीफ़ा सौंपा.
- काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ाने सुरक्षा कारणों से स्थगित की गईं.
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार दोपहर अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और कथित राजनीतिक भ्रष्टाचार को लेकर राजधानी काठमांडू में ‘जेन ज़ी’ के प्रदर्शन में कई लोगों की मौत के बाद केपी शर्मा ओली आलोचना का सामना कर रहे थे.
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में से एक केपी शर्मा ओली का इस्तीफ़ा भी था. राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफ़ा स्वीकार भी कर लिया है.
अधिकारियों का कहना है कि युवाओं के आंदोलन में व्यापक बल प्रयोग के कारण अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें दो मौतें मंगलवार को हुई हैं.