पीएम ने सैन्य बलों को पहलगाम हमले के मद्देनजर जवाबी कार्रवाई की ऑपरेशनल छूट दी थी और कहा था कि कार्रवाई के टारगेट समय तथा तौर-तरीकों का फैसला तीनों सेनाएं करेंगी।पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की मांग को बढ़ावा दिया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान तथा आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की देश भर में आवाज उठ रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए तीनों सेनाओं के स्तर पर चल रही रणनीतिक तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एपी सिंह के साथ बैठक की।
वायुसेना प्रमुख के साथ पीएम की हुई इस बैठक की कोई जानकारी साझा नहीं की गई मगर समझा जाता है कि पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों तथा उसके संरक्षकों को सबक सिखाने के लिए वायुसेना की रणनीतिक तैयारियों पर इसमें चर्चा हुई।
तैयारियों की हो रही समीक्षा
वायुसेना प्रमुख से पहले प्रधानमंत्री ने शनिवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी के साथ बैठक कर नौसेना की रक्षा तैयारियों का जायजा लिया था। देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व तथा सेनाओं के प्रमुखों के बीच पिछले कई दिनों से जारी बैठकों के दौर का संकेत है कि पहलगाम आतंकी हमले का पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए सामरिक-रणनीतिक तैयारियों की पुख्ता समीक्षा की जा रही है।
कठोर कार्रवाई की हो रही मांग
- शनिवार को नौसेना प्रमुख से भी पीएम ने पहलगाम हमले के परिप्रेक्ष्य में उनसे मंत्रणा की थी। जबकि बीते हफ्ते ही प्रधानमंत्री की रक्षामंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ लंबी बैठक हुई थी।
- विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे पर एक सुर से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार का पूरा समर्थन करने की घोषणा कर चुकी हैं।
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