पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में चार सौ से ज़्यादा यात्रियों से भरी एक ट्रेन पर हथियारबंद चरमपंथियों ने हमला करके उसे रोक लिया है.
हमले की ज़िम्मेदारी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है. ये हमला क़्वेटा से पेशावर जा रही जाफ़र एक्सप्रेस पर हुआ है.
बीएलए की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “हमने सिब्बी ज़िले में ट्रेन पर हमले से पहले रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया. ट्रेन अब हमारे कब्ज़े में है.” पाकिस्तान पुलिस ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें हमले में अब तक तीन लोगों के घायल होने की ख़बर है जिसमें ट्रेन का ड्राइवर भी शामिल है.
सरकारी प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि सुरक्षा बलों को घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है.
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बलूच लिबरेशन आर्मी ने दी धमकी
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बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने डॉन न्यूज़पेपर को बताया कि ट्रेन पर भारी गोलीबारी की ख़बरें हैं. बलूच लिबरेशन आर्मी ने दावा किया कि ट्रेन में सवार कई यात्री और सुरक्षा बल के जवान उसके कब्ज़े में हैं और अगर उनके ख़िलाफ़ कोई एक्शन लिया गया तो इसके गंभीर नतीजे होंगे.
क़्वेटा के एक सीनियर रेल अधिकारी मुहम्मद काशिफ़ ने बताया कि ट्रेन में चार सौ से पांच सौ यात्री सवार हैं. वहीं रेलवे सुरक्षा अधिकारी जिया काकर ने बताया कि चूंकि क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या है, इसलिए ट्रेन चालक दल के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
मीडिया को जारी एक बयान में एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि सिब्बी अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और घटनास्थल पर एम्बुलेंस भेज दी गई हैं.
उन्होंने बताया कि रेलवे विभाग की ओर से एक राहत ट्रेन घटनास्थल पर भेज दी गई है.
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, पहाड़ी और दुर्गम इलाका होने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाइयां आ रही हैं.
क्वेटा के जिला अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर वसीम बेग ने बीबीसी न्यूज को बताया कि सिब्बी और क्वेटा के बड़े अस्पतालों में इमरजेंसी लगा दी गई है. विशेष वार्ड बनाए गए हैं और अस्पतालों के स्टाफ को घायल लोगों के इलाज की तैयारी के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि सिब्बी अस्पताल में 100 मरीजों के इलाज की सुविधा है, लेकिन गंभीर रूप से घायलों को क्वेटा भेजा जाएगा.
जाफ़र एक्सप्रेस में सवार यात्रियों के परिवार क्वेटा रेलवे स्टेशन के काउंटर से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।
आज सुबह क्वेटा से लाहौर के लिए रवाना हुए यात्री मुहम्मद अशरफ के बेटे ने बीबीसी को बताया कि वह दोपहर दो बजे से अपने पिता से संपर्क नहीं कर पा रहा है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित