पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना स्वदेशी रूप से विकसित पानी के भीतर रिमोट से संचालित वाहन खरीदेगी। इसके लिए ओडिशा स्थित एक डीप-टेक स्टार्टअप ने नौसेना के साथ 66 करोड़ रुपये का अनुबंध किया है।
स्टार्ट-अप कोराटिया टेक्नोलाजीज ने पिछले हफ्ते स्वदेशी अंडरवाटर रोबोट की आपूर्ति के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए, जो जहाज के पतवारों की सफाई, छोटे-मोटे बचाव कार्य और जलमग्न बुनियादी ढांचे का सर्वेक्षण और निरीक्षण करने में विशेषज्ञता रखते हैं।
कोराटिया टेक्नोलाजीज के सह-संस्थापक और सीईओ देबेंद्र प्रधान ने कहा कि यह न केवल मिशन-क्रिटिकल अंडरवाटर सिस्टम के डिजाइन और निर्माण की हमारी क्षमता की मान्यता है, बल्कि आइडीईएक्स जैसी सुव्यवस्थित पहलों के माध्यम से भारत के अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के नौसेना के प्रयासों का भी प्रतीक है।
यह डीप-टेक रोबोटिक्स स्टार्टअप अपने स्वदेशी रूप से विकसित पानी के भीतर रिमोट से संचालित वाहन की आपूर्ति और रखरखाव करेगा।
कोराटिया टेक्नोलाजीज के एक बयान में कहा गया है कि किफायती डिजाइन, काफी कम लागत पर उन्नत क्षमताएं प्रदान करता है, जो भारत की पहली अंडरवाटर रोबोटिक्स सफलता है।
जनवरी 2023 में कंपनी ने इनोवेशन फार डिफेंस एक्सीलेंस (आइडीईएक्स) में सफलता हासिल की थी, जिसका उद्देश्य रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।