तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट में तकनीकी खराबी और खराब मौसम के चलते उसे चेन्नई में उतारा गया। विमान में पांच सांसद सवार थे। कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने एक्स पर घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विमान को टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा और चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान रनवे पर दूसरा विमान होने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रहे एअर इंडिया के विमान में तकनीकी खराबी और खराब मौसम के कारण चेन्नई डायवर्ट करना पड़ा। हालांकि, विमान ने सुरक्षित तरीके से लैंडिंग चेन्नई एअरपोर्ट पर लैंडिंग कर ली। इस एअर इंडिया के विमान में पांच सांसद केसी वेणुगोपाल, कोडिक्कुनिल सुरेश, अडूर प्रकाश, के राधा कृष्णन और रॉबर्ट ब्रूस सवार थे। सभी को दिल्ली जाना था।
विमान में खराबी को लेकर और इसके डायवर्जन को लेकर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा।
उन्होंने कहा कि फ्लाइट का शुरुआत ही विलंब से हुई। उड़ान के कुछ समय बद ही हमें भारी टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि करीब एक घंटे बाद कैप्टन द्वारा फ्लाइट सिग्नल फॉल्ट की घोषणा की गई और विमान को चेन्नई की ओर मोड़ा गया। विमान में 100 यात्री सवार थे।
दो घंटे हवा में लगाता रहा चक्कर
कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल के अनुसार, इस विमान ने चेन्नई हवाई ऊपर के करीब 2 घंटे तक हवा में चक्कर लगाए और क्लियरेंस का इंतजार करता रहा। कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि पहली बार लैंडिंग के दौरान एक हैरान करने वाली घटना हुई। रिपोर्ट के अनुसार, लैंडिंग से पहले रनवे पर एक अन्य विमान मौजूद था। इसके बाद कैप्टन ने तुरंत फैसला लिया और फिर से विमान को ऊपर खींच लिया। इससे एक बड़ी घटना होने से बच गई। हालांकि, दूसरी कोशिश के दौरान फ्लाइट ने सुरक्षित तरीके से लैंडिंग की।
‘कुशलता और भाग्य ने हमें बचा लिया’
कांग्रेस सांसद ने अपने पोस्ट में कहा कि हम कुशलता और भाग्य से बच गए। यात्रियों की सुरक्षा भाग्य पर निर्भर नहीं हो सकती। मैं DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अपील करता हूं कि इस घटना की तत्काल जांच करें। उन्होंने कहा कि इसकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए और ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आगे से ऐसी चूक ना हो।
एअरलाइन कंपनी का आया जवाब
कांग्रेस सांसद के पोस्ट पर विमान कंपनी की प्रतिक्रिया सामने आई है। एअर इंडिया की ओर से एक पोस्ट में कहा गया कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि चेन्नई की ओर मोड़ना एक संदिग्ध तकनीकी समस्या और खराब मौसम की स्थिति के कारण एहतियाती था। चेन्नई हवाई अड्डे पर पहली बार उतरने के प्रयास के दौरान चेन्नई एटीसी द्वारा गो-अराउंड का निर्देश दिया गया था, न कि रनवे पर किसी अन्य विमान की उपस्थिति के कारण।
पोस्ट में एअरलाइन कंपनी ने आगे कहा कि हमारे पायलट ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए अच्छी तरह प्रशिक्षित हैं, और इस मामले में, उन्होंने पूरी उड़ान के दौरान मानक प्रक्रियाओं का पालन किया। हम समझते हैं कि ऐसा अनुभव परेशान करने वाला हो सकता है और हमें इस मोड़ से आपको हुई असुविधा के लिए खेद है। हालाँकि, सुरक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता है। आपकी समझ के लिए धन्यवाद।