पटना के गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर
को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सोमवार तड़के पटना पुलिस ने उन्हें हिरासत
में लिया. इस दौरान वह और उनके साथियों और पुलिस के बीच कुछ देर तक खींचतान भी हुई.
पटना से बीबीसी संवाददाता सीटू तिवारी ने बताया कि सुबह तकरीबन 4 बजे पुलिस ने प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया है.
डीपीआरओ लोकेश कुमार झा ने बीबीसी हिंदी को बताया, “प्रशांत किशोर को गिरफ़्तार कर लिया गया है. उनका मेडिकल होगा और कोर्ट में पेश किया जाएगा.”
जन सुराज पार्टी ने मीडिया को जानकारी दी है कि, “प्रशांत किशोर को पहले पुलिस पटना एम्स की तरफ ले गई थी लेकिन वहां प्रशांत किशोर की जिद के चलते उन्हें नौबतपुर (पटना से सटा एक ग्रामीण इलाका) की तरफ़ ले गई है.”
हिरासत में लिए जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने अनशन ख़त्म करने से इनकार किया था.
उन्होंने कहा था, “डॉक्टरों ने अनशन ख़त्म करने की सलाह दी है, यह नेचुरल है. अनशन में क्या दिक्कतें होती हैं, वो हमें पता है. लेकिन अनशन जारी है.”
बीपीएससी परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के बारे में उन्होंने कहा, “हमें इसकी जानकारी नहीं है. जैसा मैंने छात्रों से वादा किया था कि सभी क़ानूनी विकल्प इस्तेमाल किए जाएंगे, इसलिए हम लोग 7 जनवरी को हाईकोर्ट जाएंगे. उससे पहले सुप्रीम कोर्ट में जाने का कोई फ़ायदा नहीं है.”
रविवार को जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के आमरण अनशन
का चौथा दिन था. उन्होंने बीते हफ़्ते गुरुवार को अनशन शुरू किया था.
धरना स्थल पर वैनिटी वैन को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी भी हुई. बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव और बिहार के
मंत्री मंगल पांडे ने वैनिटी वैन पर निशाना साधा था.
13 दिसंबर को हुई बीपीएससी अभ्यर्थियों की परीक्षा में धांधली के
आरोपों के बाद 18 दिसंबर से ही पटना के गर्दनी बाग में परीक्षार्थी आंदोलन कर रहे
हैं.
परीक्षार्थियों की मांग है कि
परीक्षा दोबारा कराई जाए, लेकिन पटना के बापू परीक्षा परिसर परीक्षा केंद्र के
अभ्यर्थियों का ही दोबारा एग्ज़ाम शनिवार को लिया गया था.