अशोकनगर: जब 2 बच्चे अपने पिता की अस्थियां लेकर SP ऑफिस पहुंचे पहुंचे तो हड़कंप मच गया। बच्चों ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके पिता सूदखोरों और बैंक कर्मचारियों से परेशान थे, जो उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। जिसके बाद दो सगे भाइयों, रामेश्वर सोनी और नंदकिशोर सोनी ने 15 मई को रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या कर ली।
मृतक भाइयों के बच्चे कान्हा सोनी और दीपक सोनी ने पुलिस को बताया कि सूदखोर उनके पिता को कर्ज से ज्यादा पैसे देने के लिए दबाव डाल रहे थे। वे उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित भी कर रहे थे। उन्होंने पहले भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चों ने पुलिस से न्याय की मांग की है। परिजनों ने बताया कि सूदखोर उनके पिता को लगातार परेशान कर रहे थे। वे उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। एक बैंक कर्मचारी भी दुकान पर आकर उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दे रहा था। इन सब से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि सूदखोर घर आकर गाली-गलौज भी करते थे।
मृतक भाइयों के बच्चे कान्हा सोनी और दीपक सोनी ने पुलिस को बताया कि सूदखोर उनके पिता को कर्ज से ज्यादा पैसे देने के लिए दबाव डाल रहे थे। वे उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित भी कर रहे थे। उन्होंने पहले भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चों ने पुलिस से न्याय की मांग की है। परिजनों ने बताया कि सूदखोर उनके पिता को लगातार परेशान कर रहे थे। वे उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। एक बैंक कर्मचारी भी दुकान पर आकर उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दे रहा था। इन सब से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि सूदखोर घर आकर गाली-गलौज भी करते थे।
पुलिस ने दिया आश्वासन
मृतक भाइयों के बेटों, कान्हा सोनी और दीपक सोनी ने बताया कि उनकी सर्राफा की दुकान है। कई लोगों ने उनसे उधार में गहने बनवाए थे, लेकिन पैसे नहीं दिए। इस वजह से उनका कर्ज बढ़ता गया और वे मानसिक रूप से परेशान रहने लगे। इस घटना के बाद से पूरे अशोकनगर में शोक की लहर है। लोगों ने पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।