विमल सोनी की चैट से इस बात का पता चला है कि जिम में उसकी नजरें खास तौर पर पैसे वाली महिलाओं पर होती थी। किसी ना किसी तरह से वो उनकी तारीफ कर अपनी बातों से लुभाता था। अपने जाल में फंसाने के बाद वह उन महिलाओं से पर्सनल नंबर लेकर उनके साथ घंटों वॉट्सऐप चैट करता। पुलिस को इस बात के सबूत मिले हैं कि विमल सोनी इन महिलाओं से अपनी आर्थिक जरूरतें भी पूरी कराता था।
जिम ट्रेनर बनने से पहले विमल सोनी एक रेस्टोरेंट में वेटर के तौर पर काम करता था। इसी दौरान एक आईएएस अधिकारी ने उसे जिम में नौकरी दिलाई। धीरे-धीरे उसने कई बड़े अधिकारियों से संपर्क भी बना लिए और इन संपर्कों का इस्तेमाल महिलाओं पर अपना प्रभाव जमाने के लिए करने लगा। जिम में आने वाली महिलाओं पर वह रौब झाड़ता था कि प्रशासनिक स्तर पर कोई ऐसा काम नहीं, जिसे वो करा नहीं सकता।
क्या कोई दूसरा भी था शामिल?
इस मामले में एक शक यह भी जताया जा रहा है कि विमल के साथ कोई और भी इस साजिश में शामिल था। दरअसल, एकता के पति राहुल गुप्ता का आरोप है कि कोई आदमी अकेले इतना बड़ा गड्ढा खोदकर लाश को नहीं गाड़ सकता। उनका मानना है कि विमल के साथ कोई और भी था, जिसने इस वारदात में उसका साथ दिया।
एकता को भी दिया नशे वाला प्रोटीन शेक
विमल सोनी ने बीते 24 जून को एकता गुप्ता का कत्ल किया था और मारने से पहले उसे भी प्रोटीन शेक में नींद की दवाई मिलाकर दी। एकता पिछले कई दिनों से जिम नहीं आ रही थी। विमल ने बताया कि उसकी सगाई हो चुकी थी और एकता इस बात से उससे नाराज चल रही थी। उसने जिम में भी एकता से बात करने की कोशिश की, लेकिन वहां दूसरी महिलाओं के होने की वजह से बात नहीं कर पाया।
ऑफिसर्स कॉलोनी में दबदबा
पुलिस के हाथों पकड़े जाने से बचने के लिए विमल सोनी ने एकता की लाश को डीएम आवास से सटी ऑफिसर्स कॉलोनी में एक सुनसान जगह पर दफनाया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शनिवार को गड्ढे से एकता का कंकाल निकाला। बड़े अधिकारियों से संपर्क होने की वजह से ऑफिसर्स कॉलोनी में विमल सोनी का बेरोकटोक आना-जाना था।
एक गलती से पकड़ा गया विमल सोनी
एकता का कत्ल करने के बाद विमल सोनी चार महीनों तक छिपा रहा। इस दौरान उसने अलग-अलग रेस्टोरेंट में वेटर के तौर पर और बर्तन धोने का काम किया। विमल अपना मोबाइल फोन भी बंद रखता था। हालांकि, जब उसने एक दिन अपनी बहन को फोन मिलाया, तो पुलिस को उसके ठिकाने का सुराग मिल गया। इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सुनाई कई फर्जी कहानियां
इससे पहले पुलिस ने दिल्ली, पंजाब और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में उसकी तलाश में छापेमारी की। पकड़े जाने के बाद शुरुआत में विमल सोनी ने अलग-अलग कहानियां सुनाईं। कभी वो कहता कि उसने एकता की लाश को गंगा में बहा दिया तो कभी कुछ और। हालांकि, सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरा सच बयां कर दिया।