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ग़ज़ा से इसराइली बंधकों की रिहाई को रोकने की हमास की घोषणा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति
डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी चेतावनी जारी की है.
ट्रंप ने कहा है कि हमास शनिवार को 12
बजे तक सभी बंधकों को रिहा कर दे.
दरअसल, ट्रंप ने ग़ज़ा युद्ध विराम समझौते के
भविष्य के लिए अपनी ओर से हमास को डेडलाइन दी है.
उन्होंने ओवल ऑफ़िस में कहा, “जहां तक मेरी चिंता की बात है, यदि शनिवार 12 बजे तक सभी बंधक रिहा नहीं किए जाते हैं, तो मैं कहूंगा, इसे रद्द (समझौते को) करें. अब सारे रास्ते बंद हो जाएं, और क़हर बरपाएं. मुझे लगता है कि यह
पर्याप्त समय है.”
यह अभी साफ़ नहीं है कि ट्रंप ने शनिवार दोपहर 12
बजे की बात की है या मध्यरात्रि में 12 बजे की. यह बात भी नहीं पता लग पाई है कि
उन्होंने किस टाइम ज़ोन को ध्यान में रखते हुए यह डेडलाइन दी है.
ट्रंप ने कहा है कि वो यह उम्मीद कर रहे हैं कि
सभी बंधक एक साथ छोड़ दिए जाएं, ‘ना कि टुकड़ों-टुकड़ों में’.
ऐसा न होने की स्थिति में कहर बरपाने के बयान को लेकर जब बीबीसी ने राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा कि इसका क्या आशय है तो उनका जवाब था, “आपको पता चल जाएगा, और उन्हें भी. हमास को पता चल जाएगा कि मेरे कहने का क्या मतलब है.”
उन्होंने कहा कहा कि “यह मेरी डेडलाइन” है और इस फ़ैसले में इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू का ज़िक्र नहीं किया.
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हमास ने क्या कहा था?
इससे पहले हमास हमास ने इसराइली बंधकों की रिहाई को रोकने की बात कही थी. हमास ने आरोप लगाया है कि इसराइल युद्धविराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है.
हमास ने अपने बयान में कहा, “पिछले तीन हफ्ते में हमारे नेतृत्व ने देखा कि दुश्मन बार-बार युद्धविराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है और समझौते की शर्त को नहीं मान रहा है. “
“इन उल्लंघनों में विस्थापित फ़लस्तीनियों की उत्तरी ग़ज़ा में वापसी में हो रही देरी शामिल है.”
इसके अलावा हमास ने ग़ज़ा पट्टी में कई इलाकों में गोलीबारी करने का भी आरोप लगाया है.