सभी राज्यों में राज्य एनसीबी का गठन
एक कोआर्डिनेटेड प्रयास से इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। राष्ट्रीय स्तर पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को मजबूत किया गया है। एनसीबी में 536 नए पद सृजित किए गए और पूरे देश में 21 नए ब्रांच खोले गए। एनसीबी की तर्ज सभी राज्यों में राज्य एनसीबी का गठन किया गया है। सिर्फ केरल और पश्चिम बंगाल दो ऐसे राज्य बचे हैं, जिनमें राज्य एनसीबी का गठन नहीं हुआ है।
अमित शाह के अनुसार, ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए जिला, राज्य से लेकर केंद्र के स्तर पर संबंधित विभागों के बीच समन्वय के लिए एनकोर्ड का गठन किया गया है। अभी तक एनकोर्ड की राष्ट्रीय स्तर पर सात, कार्यपालक स्तर पर पांच, राज्य स्तर पर 191 और जिला स्तर पर 6.750 बैठकें हो चुकी है। यहां तक ब्लाक में डीएसपी स्तर पर भी लगातार बैठकें हो रही हैं। इसके कारण कई गुना जब्ती भी बढ़ी है। इसके साथ ही पहली प्रीवेंसन ऑफ इलीसिट ट्रैफिक इन नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांस एक्ट (पिटएडीपीएस) का उपयोग किया है, जिसमें किसी को लंबे समय तक जेल में रख सकते हैं।
ड्रग्स कार्टेल पर स्ट्राइक शुरू करने की तैयारी
वहीं, संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई भी शुरू की है। वित्तीय जांच भी शुरू की है। अमित शाह ने कहा कि पूरा ढांचा तैयार करने के बाद अब ड्रग्स कार्टेल पर स्ट्राइक शुरू करने की तैयारी है। उनके अनुसार, देश में ड्रग्स आने के तीन रास्ते हैं। पूर्वोत्तर भारत के रास्ते म्यांमार से आता है। पंजाब की ओर से पाकिस्तान-अफगानिस्तान का आता है और समुद्र के रास्ते आता है। कुछ कुरियर के माध्यम से भी आता है।
नार्कोटिक्स के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान
उन्होंने कहा कि इन तीनों रास्तों के कार्टेल और बड़े शहरों के कार्टेल में अगले पांच छह महीने में एक सुविचारित योजना के तहत स्ट्राइक करेंगे। निचला सिस्टम ड्र्ग्स के खुदरा व्यापार पर स्ट्राइक करेगी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, राज्यों के एसटीएफ व राज्य एनसीबी एक साथ मिलकर बड़े कार्टेल पर स्ट्राइक करेंगे। उन्होंने दावा किया कि छह महीने बाद आप नार्कोटिक्स के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान देखेंगे।