डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लेते हुए चुनाव अधिकारियों के मानदेय को बढ़ा दिया है। आयोग ने पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों, मतगणना कार्मिकों, माइक्रो ऑब्जर्वरों और अन्य अधिकारियों के पारिश्रमिक में वृद्धि की है।
इसके अलावा, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों, सीएपीएफ कार्मिकों और सेक्टर अधिकारियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। साथ ही मतदान या मतगणना ड्यूटी के लिए भोजन-जलपान की दरों में वृद्धि की है।
चुनाव आयोग ने जारी किया पत्र
चुनाव आयोग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि चुनावों के संचालन में निर्वाचन तंत्र द्वारा की जाने वाली विविध गतिविधियां शामिल होती हैं, जिनमें केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों, पीएसयू, स्थानीय प्राधिकरणों आदि के विभिन्न विभागों से प्राप्त अधिकारी और कर्मचारी शामिल होते हैं।
चुनाव अवधि के दौरान, जमीनी स्तर पर तैनात संपूर्ण तंत्र कठिन और संवेदनशील कर्तव्यों का निर्वहन करता है, जो लंबे समय तक चलता है और कई महीनों तक भी जारी रहता है, ताकि एक अनुकूल वातावरण सुनिश्चित किया जा सके, जिसमें मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और अपनी पसंद की सरकार चुन सकें।
आखिरी बार 2016 में किया गया था संशोधन
यह सुनिश्चित करने के लिए कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को उचित पारिश्रमिक मिले, आयोग ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को दिए जाने वाले पारिश्रमिक/मानदेय की दरों में संशोधन करने का निर्णय लिया है। मानदेय में अंतिम बार इतना बड़ा संशोधन 2014 और 2016 के बीच किया गया था।