बताया जा रहा है कि जल्द ही आवेदन के लिए पोर्टल फिर से खोल दिया जाएगा। जो छात्राएं इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करेंगी, उनके रिजल्ट के साथ फॉर्म का मिलान कराया जाएगा। इसके अलावा आधार नंबर की भी वेरिफिकेशन होगी। फिर आधार लिंक बैंक खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। दरअसल UIDAI ने आधार नंबर की जांच की अनुमति नहीं दी थी, जिस वजह से प्रोसेस अटक गया था। मीडिया खबरों के मुताबिक अब सरकार इसी हफ्ते गजट की कॉपी के साथ जांच की परमिशन मांगने के लिए UIDAI (भारतीय विशिष्ठ पहचान प्राधिकरण) को पत्र भेजा जाएगा।
2021 से पहले मिलते थे 25 हजार रुपये
इस योजना के तहत 2021 से पहले तक छात्राओं को 25-25 हजार रुपये दिए जाते थे। लेकिन एक अप्रैल, 2021 से इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये प्रति छात्रा कर दिया गया। अगर किसी छात्रा ने 2018 के बाद ग्रेजुएशन की है, तो वह इस स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत अब तक 2600 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं। इस योजना का उद्देश्य राज्य की छात्राओं को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस योजना की खास बात यह है कि अगर किसी ने ओपन यूनिवर्सिटी से भी ग्रेजुएशन की है, तो भी वह स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकती हैं। हालांकि इस योजना के लिए सिर्फ अविवाहित छात्राएं ही पात्र हैं। जिन छात्राओं की शादी हो चुकी है, वह इसके लिए आवेदन नहीं कर सकती हैं। बिहार में 12वीं और ग्रेजुएशन करने वाली छात्राओं के लिए सरकार की ओर से दो अलग-अलग योजनाएं शुरू की गई थीं। इस योजना के तहत 12वीं पास करने पर छात्राओं को भी स्कॉलरशिप दी जाती है।
कैसे होगा आवेदन, क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे
इस योजना के लिए बिहार सरकार के पोर्टल medhasoft.bihar.gov.in के जरिए आवेदन होगा। अभी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन का लिंक एक्टिव नहीं हुआ है। लिंक एक्टिव होने के बाद आपको आधार कार्ड के अनुसार नाम और आधार नंबर लिखना होगा। इसके अलावा आधार से लिंक बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी। दस्तावेजों की बात करें तो आपको पासपोर्ट साइज फोटो, ग्रेजुएशन की फाइनल मार्कशीट, ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, बिहार का आवास प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक की कॉपी की जरूरत होगी।