बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर के पाँचवें संस्करण के लिए नामांकन की घोषणा कर दी गई है.
इसके लिए जिन पांच महिला खिलाड़ियों को नामांकन मिला है वो हैं, गोल्फ़र अदिति अशोक, निशानेबाज़ मनु भाकर और अवनि लेखरा; इसके अलावा क्रिकेटर स्मृति मंधाना और पहलवान विनेश फोगाट को भी इसमें नामांकन मिला है.
यह पुरस्कार साल 2024 में भारतीय खिलाड़ियों के अहम योगदान के लिए दिया जा रहा है और यह देश में खेल से जुड़ी सभी महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न है.
आप भी बीबीसी की किसी भी भारतीय भाषा की वेबसाइट या बीबीसी स्पोर्ट वेबसाइट पर अपनी पसंदीदा भारतीय खिलाड़ी के लिए वोट कर सकते हैं.
बीबीसी के चुने हुए एक पैनल ने पाँच भारतीय खिलाड़ियों को चुना है. जूरी में देशभर के जाने-माने खेल पत्रकार, विशेषज्ञ और लेखक शामिल हैं.
ज़ूरी ने पांच भारतीय महिला खिलाड़ियों को नामांकित किया है जिन्होंने एक कैलेंडर वर्ष (एक अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 की अवधि) में शानदार प्रदर्शन किया.
इसमें सबसे ज़्यादा वोट पाने वाली खिलाड़ी को ‘बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ़ द ईयर’ का अवॉर्ड दिया जाएगा. इसके नतीजे बीबीसी की भारतीय भाषा की वेबसाइट और बीबीसी स्पोर्ट वेबसाइट पर प्रसारित किए जाएँगे.
इसके लिए लोग भारतीय समय के मुताबिक़ शुक्रवार 31 जनवरी रात 11:30 बजे तक वोटिंग कर सकते हैं.
विजेता की घोषणा नई दिल्ली में एक ख़ास समारोह में सोमवार, 17 फ़रवरी को की जाएगी.
इस प्रतियोगिता के लिए सभी नियम, शर्तें और गोपनीयता से जुड़ी जानकारी बेबसाइट पर मौजूद हैं.
समारोह में बीबीसी की जूरी की तरफ से नामांकन हासिल करने वाली तीन अन्य खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाएगा.
इसमें ख़ास उपलब्धियों के लिए एक युवा एथलीट को बीबीसी इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा.
जबकि एक दिग्गज़ खिलाड़ी को बीबीसी लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और पैरा-स्पोर्ट्स में उत्कृष्ट योगदान के लिए एक खिलाड़ी को बीबीसी पैरा स्पोर्ट्सवुमन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड दिया जाएगा.
अवॉर्ड समारोह में बीबीसी की तरफ से खेलों में योगदान के लिए चैंपियन खिलाड़ियों पर ‘चैंपियनों का चैंपियन’ थीम पर एक ख़ास डॉक्यूमेंट्री और कहानियाँ पेश की जाएंगीं.
बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड की शुरुआत साल 2019 में हुई थी. अब इसके पांच साल पूरे हो चुके हैं. इसकी शुरुआत भारत में महिला एथलीटों की उपलब्धियों का सम्मान करने और इनका जश्न मनाने के लिए हुई थी.
किन खिलाड़ियों को मिला है नामांकन
अदिति अशोक (गोल्फ़र)
26 साल की अदिति लगातार तीन ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फ़र हैं.
वो 18 साल की उम्र में ओलंपिक (रियो, साल 2016) तक पहुँचने वाली सबसे कम उम्र की गोल्फ़र थीं. टोक्यो ओलंपिक में साल 2020 में वो थोड़े से अंतर से पदक से चूक गईं और चौथे स्थान पर रही थीं. यह उनका और भारत का गोल्फ़ में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.
अदिति ने साल 2023 एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीता. लेकिन साल 2024 में अपने तीसरे ओलंपिक में भी पदक उनसे दूर ही रहा.
अदिति अब तक पांच जीत के साथ महिला यूरोपीय टूर (एलईटी) जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं.
वो महिला पेशेवर गोल्फ टूर की नियमित खिलाड़ी हैं. अदिति को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मानों में से एक अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है.
स्मृति मंधाना (क्रिकेटर)
स्मृति मंधाना को महिला क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में एक माना जाता है.
साल 2024 में स्मृति ने रिकॉर्ड 1659 रन बनाए, ये महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज़्यादा हैं. इस दौरान उन्होंने चार शतक लगाए. कोई भी दूसरी महिला क्रिकेटर इतने शतक नहीं लगा सकी.
स्मृति रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की कप्तान हैं, उनके नेतृत्व में ही आरसीबी ने वीमेन प्रीमियर लीग 2024 का खिताब जीता था.
स्मृति साल 2018 और 2022 में आईसीसी महिला क्रिकेटर अवॉर्ड विजेता रही हैं. ऑस्ट्रेलिया की एलिसे पेरी के बाद ये आईसीसी अवॉर्ड दो बार जीतने वाली वो दूसरी क्रिकेटर हैं.
स्मृति 2020 के टी20 वर्ल्ड कप और 2017 के वनडे वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में पहुंचने वाली भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रही हैं. स्मृति को उनकी उपलब्धियों के लिए अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
विनेश फोगाट (पहलवान)
पहलवान विनेश फोगाट तीन बार की ओलंपियन हैं और भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई मेडल जीत चुकी हैं. विनेश पेरिस ओलंपिक 2024 के फ़ाइनल में पहुँची थी और ऐसा करने वाली वो भारत की पहली महिला पहलवान थीं.
हालाँकि अधिक वज़न होने के कारण उन्हें फ़ाइनल मुक़ाबले से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. विनेश ने 2019 और 2022 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था.
वह एशियाई गेम्स में गोल्ड और ब्रॉन्ज़ मेडल जीत चुकी हैं, इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में भी तीन गोल्ड मेडल उनके नाम रहे हैं.
विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ आंदोलन करने वालों में प्रमुख चेहरा थीं. ब्रजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे.
हालाँकि ब्रजभूषण सिंह ने इन आरोपों से इनकार किया है. साल 2024 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में विनेश फोगाट कांग्रेस पार्टी की विधायक चुनी गईं.
मनु भाकर (निशानेबाज़)
22 साल की मनु भाकर एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं. उन्होंने साल 2024 के पेरिस ओलंपिक में एयर पिस्टल शूटिंग में दो ब्रॉन्ज़ मेडल जीते हैं.
साल 2020 ओलंपिक में वो मेडल से चूक गईं थीं और इसकी वजह थी उनकी पिस्टल का ठीक से काम नहीं करना. इसके बाद उन्होंने अपने कोच जसपाल राणा के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए फिर से अभ्यास शुरू किया था.
साल 2018 में मनु भाकर शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की सबसे युवा खिलाड़ी बनीं, उन्होंने ये उपलब्धि महज 16 साल की उम्र में हासिल की थी.
मनु ने पिछले कुछ सालों में वर्ल्ड कप और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कई पदकों पर निशाना साधा है. उन्हें हाल ही में भारत का सबसे बड़ा खेल सम्मान खेल रत्न भी दिया गया है.
अवनि लेखरा (निशानेबाज़)
23 साल की अवनि लेखरा तीन पैरालंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. साल 2024 में उन्होंने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता.
इससे पहले उन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक खेलों में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. अवनि ने साल 2015 में निशानेबाज़ी सीखना शुरू किया था. गर्मियों की छुट्टियों में शौकिया तौर पर उन्होंने इसे अपनाया था.
यही शौक उनका जुनून बन गया और इसके बाद वो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदकों पर अचूक निशाना लगाने लगीं. पिछले 12 सालों के दौरान अवनि ने तीन वर्ल्ड कप खेले हैं और इनमें गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किए हैं.
उन्होंने 2022 के एशियन पैरा गेम्स में भी गोल्ड मेडल हासिल किया. उनकी इन शानदार उपलब्धियों के लिए अवनि को पदमश्री और खेल रत्न से सम्मानित किया गया.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.