पीटीआई, हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई। बैंडमिंटन खेलते हुए एक शख्स अचानक नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई। मौत के पीछे की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है। इसके साथ बढ़ते हार्ट अटैक के मामले एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने युवाओं और खासकर आईटी सेक्टर जैसे तनावयुक्त माहौल में काम करने वाले लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने की सलाह दी है। साथ ही उन्हें समय-समय पर अपना हेल्थ चेकअप करवाने की आवश्यकता है, जिससे हार्ट अटैक आने की संभावना को कम किया जा सके।
30 के बाद बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा
हैदराबाद में कमिनेनी के वरिष्ठ सलाहकार हृदय रोग विशेषज्ञ सागर भुयर के अनुसार, आमतौर पर दिल से जुड़ी समस्याएं 60 साल की उम्र के बाद शुरू होती हैं। मगर अब 30 साल के बाद ही लोग दिल की समस्या से ग्रस्त हो रहे हैं।
सागर भुयर ने कहा-
30 की उम्र के बाद ही लोगों के शरीर में खून की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं। लोगों की बदलती लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खाना और तनाव युक्त दिनचर्या इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है।
बच्चों में भी बढ़ रहा तनाव
सागर भुयर का कहना है कि बढ़ती प्रतियोगिता के कारण अब स्कूल में ही बच्चे दबाव और तनाव महसूस करने लगते हैं। ऐसे में हार्ट अटैक से बचने का सिर्फ एक ही रास्ता है-
अगर कोई शख्स बिल्कुल शांत रहता है, तो उसके दिल पर तनाव का कम असर होता है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति अत्याधिक तनाव लेता है तो इसका सीधा प्रभाव दिल पर देखने को मिल सकता है।
हार्ट अटैक के 7 कारण
अपोलो अस्पताल की हृदय रोग विशेषज्ञ राधा प्रिया के अनुसार, 20-30 साल की उम्र के बाद ही लोगों की खून वाहिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे शरीर में खून का बहाव कम होने लगता है। डॉक्टर राधा ने बढ़ते हार्ट अटैक के कारण भी बताए हैं-
- डायबिटीज
- हाईपरटेंशन
- धूम्रपान
- नशा करना
- जंक फूड या ऑयली खाना
- मोटापा
- तनाव
कैसे करें बचाव?
डॉक्टर राधा के अनुसार, हार्ट अटैक के कारणों के नजरअंदाज करके इससे बचा जा सकता है।