गुजरात के लोथल में दुनिया का सातवां सबसे ऊंचा लाइट हाउस म्यूजियम बनेगा जिसकी ऊंचाई 77 मीटर होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मैरिटाइम परियोजना की समीक्षा करेंगे। यह नेशनल मैरिटाइम हेरिटेज काम्प्लेक्स परियोजना 4500 करोड़ की लागत से तैयार होगी। लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का प्रमुख व्यापारिक केंद्र रहा है। हेरिटेज कॉम्प्लेक्स में इतिहास शिक्षा शोध और मनोरंजन का समन्वय होगा।
शत्रुघ्न शर्मा, जागरण। दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के बाद अब सातवां सबसे ऊंचा लाइट हाउस भी गुजरात में बनेगा। लोथल में मैरिटाइम हेरिटेज कॉम्पलेक्स में बनने वाला यह आइकोनिक लाइट हाउस म्यूजियम 77 मीटर ऊंचा होगा। इसमें 65 मीटर की ऊंचाई पर ओपन गैलरी होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को इस मैरिटाइम परियोजना की समीक्षा बैठक करेंगे। दुनिया में सबसे ऊंचा लाइट हाउस सऊदी अरब के जेद्दा में है। इसकी ऊंचाई 133 मीटर है। प्रधानमंत्री के ‘विकास भी, विरासत भी’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में नेशनल मैरिटाइम हेरिटेज काम्प्लेक्स’ (एनएमएचसी) परियोजना अहम साबित होगी। यह काम्पलेक्स 4500 करोड़ की लागत से तैयार होगा।
सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में से एक है लोथल
आगामी 20 सितंबर को पीएम मोदी अपने गुजरात दौरे के दौरान लोथल में इस निर्माणाधीन परियोजना की प्रगति की समीक्षा करेंगे। अहमदाबाद जिले में स्थित लोथल सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में से एक होने के साथ ही समुद्री शक्ति और समृद्धि का भी प्रतीक रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिए गए पांच प्रणों में से एक प्रण प्राचीन विरासतों के संरक्षण का है, जिसे नेशनल मैरिटाइम हेरिटेज काम्प्लेक्स’ के निर्माण के माध्यम से साकार किया जा रहा है।
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा हेरिटेज कॉम्प्लेक्स
कॉम्प्लेक्स में इतिहास, शिक्षा, शोध और मनोरंजन का अद्भुत समन्वय देखने को मिलेगा। करीब पांच हजार वर्ष पूर्व लोथल केवल एक बंदरगाह ही नहीं था, बल्कि यहां समुद्री जहाजों की मरम्मत भी होती थी। अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से प्राचीन समुद्री विरासत का यहां अनुभव होगा। हेरिटेज काम्प्लेक्स पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा।
समुद्री विरासत पर 14 गैलरियां होंगी आकर्षण का केंद्र
नेशनल मैरिटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स में हड़प्पा कालीन वास्तुकला और जीवन शैली को फिर से जीवंत करने के लिए लोथल मिनी रिक्रिएशन के अलावा ‘मेमोरियल थीम पार्क’, ‘मैरिटाइम और नेवी थीम पार्क’, ‘क्लाइमेट थीम पार्क’ तथा ‘एडवेंचर एंड एम्यूजमेंट थीम पार्क’ जैसे चार थीम पार्क बनाए जाएंगे।
हड़प्पा काल से लेकर आज तक की भारत की समुद्री विरासत पर प्रकाश डालती 14 गैलरियां तथा विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की समुद्री विरासत को दर्शाने वाला ‘कोस्टल स्टेट्स पवेलियन’ भी यहां स्थापित किया जाएगा।
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