एनबीटी से बात करते हुए बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा कि जो ऑब्जेक्टिव थे वे हमने अचीव किए। हम चार देश गए थे- यूएई, सिएरा लियोन, लाइबेरिया और कॉन्गो। मूल मकसद ये था कि पाकिस्तान जो आतंकवाद फैला रहा है, उसे बेनकाब करना। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए देश की पहल को बताना। साथ ही विश्व पटल पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का माहौल बनाना।
जहां गए लोगों ने आतंक की निंदा की
उन्होंने कहा कि जहां भी हम गए वहां लोगों ने आतंकवाद की निंदा की, पहलगाम हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को समर्थन दिया। विजिट के कई हाईपॉइन्ट थे। यूएई में जब हम सीनियर मंत्रियों और अधिकारियों से मिले, उन्होंने जिस तरह से अपना समर्थन दिया, वह बहुत ही प्रभावित करने वाला था। बहुत मजबूती से उन्होंने समर्थन दिया। सिएरा लियोन में वहां की संसद ने एक मिनट का मौन रखा। कॉन्गो में डिप्टी पीएम से मिले, वहां भी मौन रखा। लाइबेरिया में भी सेनेट ने एक मिनट का मौन रखा।
नहीं चल पा रहा पाकिस्तान का नैरेटिव
इंडियन डायसपोरा ने जिस तरह से समर्थन दिया, वह सब भावुक करने वाला भी था। देश से कई दशकों से दूर रहते हुए भी भारतीयता उनके जहन में मौजूदा थी। पाकिस्तान का नैरेटिव कहीं नहीं चल पा रहा है। हम जहां भी गए वहां यही बात आई कि अगर किसी भी आतंकवादी को ढूंढना है तो उनका पोस्टकार्ड का पिनकोड पाकिस्तान ही है। उनके पास छुपने की जगह नहीं है, पूरी तरह एक्पोज हो गए हैं।
ये देश हो चुके हैं आतंकवाद से पीड़ित
सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया गए डेलिगेशन की अगुवाई बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने की। एनबीटी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब, अल्जीरिया – आतंकवाद से पीड़ित हो चुके हैं और आतंकवादियों के खिलाफ काफी सख्त कदम भी ले चुके हैं। ये देश अपने यहां जिहादी सोच को खत्म कर चुके हैं जबकि पाकिस्तान जिहादियों को प्रोत्साहन देता है। पिछले दशकों में पाकिस्तान ने इन देशों से आर्थिक सहायता लेकर उसका दुरुपयोग भी किया है। भारत की लगातार आर्थिक प्रगति हो रही है जिससे ये देश प्रभावित हैं और भारत के साथ संपर्क बढ़ाना चाहते हैं।
पाकिस्तान ने आतंकवाद का पोषण किया
ये देश पाकिस्तान को और उसकी जिहादी सोच को अच्छे से जानते हैं। वे उसे पसंद नहीं करते हैं। इन देशों से आर्थिक सहायता लेकर पाकिस्तान ने आतंकवाद का पोषण किया। जब हम इन्हें बता रहे थे कि देखिए, हम बहुत सह चुके हैं और पाकिस्तान बार-बार वही कर रहा है, अब हमारा धैर्य जवाब दे चुका है और हम पर हमला हुआ तो अब हम उसका जवाब देंगे, तो यह स्पष्ट था कि हमारी बात को ये बिल्कुल समझते हैं और उसका समर्थन भी करते हैं।
लोकतंत्र की ताकत समझ आई
बीजेपी सांसद बृजलाल ने कहा कि मैं जापान, कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया गया। वहां सबको यह अच्छा लगा कि ये ऑल पार्टी डेलिगेशन है। जब हम परिचय देते थे तब उन्हें भारत के लोकतंत्र की ताकत और महानता भी समझ आई। हम भले अलग अलग पार्टी के थे पर देश के लिए एक हैं, ये मैसेज एकदम स्पष्ट गया। इस मैसेज को दुनिया ने पसंद भी किया। हमने कहा कि हम चार दशक से क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद से पीड़ित हैं। कंधार प्लेन हाईजैक से लेकर मुंबई अटैक तक सबका जिक्र किया। हमने सबूत भी दिए कि किस तरह आतंकवाद को पाकिस्तान पालपोस रहा है।
आतंकवाद बिल्कुल बर्दाश्त नहीं
उन्होंने आगे कहा कि हमने कहा कि भारत शांति प्रिय देश है। हम विकास चाहते हैं और लगातार उस पथ पर बढ़ रहे हैं। आतंकवादियों ने जब हमला किया तो हमने उसका जवाब दिया। हमने साफ किया कि हमने पाकिस्तान के नागरिकों पर हमला नहीं किया हमने आतंकवादियों के सफाए के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। हमने दुनिया को ये भी बताया कि हम आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे और साफ कहा कि भारत आतंक की किसी भी घटना को एक्ट ऑफ वॉर मानेगा और रिटेलिएट करेगा। उन्होंने कहा कि कोरिया और जापान भारत की टेक्नॉलजी से प्रभावित थे। भारत ने आतंक के ठिकानों पर जो हमला किया वह एकदम सटीक था, जिसका उन्होंने कई बार जिक्र भी किया।
एस्केलेट नहीं होना चाहिए
समाजवादी पार्टी सांसद राजीव राय ने कहा कि हम रूस, स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लाटिवा गए थे। सभी देशों ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वे भारत को सपोर्ट करते हैं। ये भी सलाह दी कि पाकिस्तान से बात करें और सीजफायर को जारी रखें। साथ ही आशा जताई कि एस्केलेट नहीं होना चाहिए। हमने कहा कि पाकिस्तान में किससे बात करें। भारत की लोकतांत्रित सरकार है जबकि पाकिस्तान में मिलिट्री है और आतंकवाद का सरगना है। जब भी भारत ने बातचीत की कोशिश की वे आतंकी घटना कर देते हैं। आतंकवाद की सभी देशों ने कड़े शब्दों में निंदा की।