मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे के आंदोलन पर महाराष्ट्र में घमासान जारी है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने मनोज जरांगे की मांगें मान ली हैं। सरकार आज ही सरकारी आदेश जारी करेगी। मनोज जरांगे ने कहा कि जीआर आने पर भूख हड़ताल खत्म कर दूंगा। महाराष्ट्र सरकार प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग पर सहमत हो गई है जिससे आरक्षण का रास्ता साफ हो गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे के आंदोलन पर महाराष्ट्र में घमासान जारी है। महाराष्ट्र सरकार ने मनोज जरांगे की मांगें मान ली हैं। इस बात की जानकारी मनोज जरांगे ने दी।
पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग पर सहमत हो गई है, जिससे आरक्षण का रास्ता साफ हो गया है। सरकार की ओर से आज ही कुछ देर में जीआर यानी सरकारी आदेश जारी किया जाएगा। अधिकारी जीआर प्रक्रिया के लिए रवाना हो गए। आंदोलन आज खत्म होगा। मनोज जरांगे ने कहा कि जीआर आने पर भूख हड़ताल खत्म कर दूंगा।
जरांगे ने हाई कोर्ट को दिया भरोसा
इसके अलावा, मनोज जरांगे ने हाई कोर्ट को भरोसा दिया कि उनके अधिकांश समर्थक या तो मुंबई छोड़ चुके हैं या मंगलवार को छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि हम लोग मुंबई के रास्ते समझते नहीं हैं। आप लोगों ने गाड़ियों पर 5 हजार का दंड लगाया है, उसे वापस लीजिए। सरकार ने बात मानी है। हम यहां से जश्न मनाकर ही जाएंगे। जश्न मनाना मतलब हुल्लड़बाजी नहीं है। GR (सरकारी आदेश) लेकर आइए तुरंत हम आंदोलन खत्म कर गुलाल उड़ाएंगे।
मनोज जरांगे ने कहा कि मराठा आरक्षण आंदोलन के पीड़ितों के परिवारों को 15 करोड़ रुपये देने का फैसला किया गया है। इसमें कहा गया है कि राज्य परिवहन बोर्ड में नौकरियां दी जाएंगी, अब इसमें बदलाव होना चाहिए। अगर बच्चे की पढ़ाई ज्यादा है तो सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।
जरांगे ने मंत्रियों की उपस्थिति में अपने समर्थकों से कहा कि ‘हम जीत गए हैं।’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने अगर मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सरकारी आदेश जारी कर दिया तो आज रात नौ बजे तक मुंबई से रवाना हो जाऊंगा।
सरकार ने क्या किया वादा, जरांगे ने बताया
मनोज जरांगे ने कहा कि अब तक आंदोलनकारियों पर जो कारवाई हुई है, सरकार ने सितम्बर तक सारे केस वापस लेने का वादा किया है। इससे पहले कैबिनेट मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल,शिवेंद्र राजे भोंसले, जय कुमार गोरे और माणिकराव कोकाटे आजाद मैदान पहुंचे। चारों कैबिनेट मंत्री हैं। चारों मंत्रियों ने जरांगे को आरक्षण को लेकर समिति से जो चर्चा हुई, उसकी जानकारी दी।