• Tue. Aug 5th, 2025

24×7 Live News

Apdin News

मलेशिया उच्चायोग और कर्मा फाउंडेशन मिलकर आयोजित करेंगे आसियान-भारत 2025 फोरम

Byadmin

Aug 5, 2025


मलेशिया उच्चायोग नई दिल्ली में आसियान दिवस पर आसियान-भारत 2025 फोरम का आयोजन किया जा रहा है। मलेशिया उच्चायोग और कर्मा फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का विषय समावेशिता और सततता साथ मिलकर आगे बढ़ें है। भारत और आसियान देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने युवाओं की भूमिका सांस्कृतिक जुड़ाव और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 8 अगस्त 2025 को मलेशिया उच्चायोग, नई दिल्ली में आसियान दिवस के अवसर पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का नाम है आसियान-भारत 2025 फोरम, जिसे मलेशिया उच्चायोग और कर्मा फाउंडेशन मिलकर आयोजित कर रहे हैं।

इस साल फोरम का विषय है – “समावेशिता और सततता: साथ मिलकर आगे बढ़ें।” इस कार्यक्रम का नेतृत्व मलेशिया के उच्चायुक्त महामहिम दातो’ मुजाफर शाह मुस्तफा और कर्मा फाउंडेशन की संस्थापक ध्वनि जैन कर रहे हैं। कर्मा फाउंडेशन एक सामाजिक संस्था है, जो समावेश, नेतृत्व और लोगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देती है।

यह कार्यक्रम ऐसे समय हो रहा है जब भारत और आसियान देश 2025 की ओर बढ़ रहे हैं – जो आपसी सहयोग का एक अहम साल है। इस फोरम में भारत और आसियान के बीच रिश्तों को मजबूत करने, युवाओं की भूमिका, सांस्कृतिक जुड़ाव और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर बात होगी।

कार्यक्रम की मुख्य बातें:

पैनल चर्चा – कैसे भारत और आसियान देश साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं

फोटो प्रदर्शनी – आसियान देशों की पुरानी और आज की तस्वीरों की झलक

डायलॉग सर्कल्स – युवाओं द्वारा चर्चा और संवाद

एकता वृक्ष रोपण – साथ मिलकर विकास का प्रतीक

फोरम में कई जाने-माने लोग हिस्सा लेंगे, जैसे: सुश्री सुहासिनी हैदर (डिप्लोमैटिक एडिटर, द हिंदू), श्री अमिताभ रंजन (रजिस्ट्रार, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान), श्री अतुल ठाकुर (सचिव, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स), सुश्री शरीफ़ा एजनीदा वाफा (उप उच्चायुक्त, मलेशिया),श्री रॉन बाउटिस्टा (उप वाणिज्य दूत, फिलीपींस), और डा. आमना मिर्ज़ा (राजनीतिक विश्लेषक और प्रोफेसर)।

इस आयोजन से पहले, ध्वनि जैन ने कहा, “यह फोरम केवल चर्चा का मंच नहीं है, बल्कि भारत और आसियान देशों के साझा मूल्यों को मनाने का एक प्रयास है। हम चाहते हैं कि युवा, विशेषज्ञ और राजनयिक मिलकर एक बेहतर और समावेशी भविष्य की दिशा में काम करें।”

इस कार्यक्रम में भारत के कई कॉलेज, थिंक टैंक, राजनयिक मिशन और युवा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यह फोरम इस बात का प्रतीक है कि अगर हम मिलकर काम करें, संवाद करें और एक-दूसरे को समझें, तो हम एक मजबूत और समावेशी दुनिया बना सकते हैं।

By admin