खाने-पीने की चीजें बढ़ सकती हैं
खाने-पीने (सब्जियां, फल आदि) की काफी चीजों को गाड़ियों के माध्यम से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाता है। सीएनजी महंगी होने से इनका ट्रांसपोर्ट महंगा हो जाएगा। ऐसे में इसका खर्च खाने-पीने की चीजों की रेट बढ़ाकर निकाला जाएगा। नजीता, इसका असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा।
सीएनजी वाहनों की बिक्री पर असर
सीएनजी महंगी होने से इसका असर सीएनजी वाहनों की बिक्री पर भी देखा जा सकता है। अभी सीएनजी और पेट्रोल की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं है। अगर सीएनजी की कीमत बढ़ जाती है तो यह पेट्रोल की कीमत के और करीब आ जाएगी। ऐसे में हो सकता है कि लोग सीएनजी गाड़ी खरीदने का विचार छोड़ दें।
महंगा हो सकता है सफर
इसका असर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी देखने को मिलेगा। सीएनजी से चलने वाले ऑटो, बस आदि का किराया बढ़ सकता है। ऐसे में आम जनता पर महंगाई का और बोझ बढ़ जाएगा। यही नहीं, सीएनजी महंगी होने से स्कूल भी बच्चों की ट्रांसपोर्ट फीस में इजाफा कर सकते हैं।
कब होगी बढ़ोतरी?
फिलहाल कुछ समय तक इसमें बढ़ोतरी की संभावना दिखाई नहीं दे रही। दरअसल, अगले महीने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएनजी कीमतों में बढ़ोतरी को इन चुनावों तक टाला जा सकता है।