सीट शेयरिंग पर घमासान
मीडियो रिपोर्टस के मुताबिक, बीजेपी 288 सीटों में से 160 पर चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि शिवसेना 100-105 सीटों पर दावा कर रही है, और NCP को 60-80 सीटों की उम्मीद है। ऐसी अटकलें हैं कि शिवसेना 80-90 सीटों पर समझौता कर सकती है और एनसीपी को 50-60 सीटें मिल सकती हैं। इस बीच, एमवीए ने अभी तक अपने सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया है। हालांकि दशहरा तक ऐसा होने की उम्मीद है।
दोनों गठबंधनों में सीएम पद को लेकर खींचतान
दोनों गठबंधनों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भी खींचतान चल रही है। जहां एकनाथ शिंदे को फिलहाल महायुति गठबंधन के लिए सीएम पद का चेहरा माना जा रहा है, वहीं उद्धव ठाकरे ने सुझाव दिया है कि सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी को सीएम पद का दावा स्वतः नहीं मिलना चाहिए। अगर बीजेपी हरियाणा में खराब प्रदर्शन करती है, तो उसके गठबंधन सहयोगी महाराष्ट्र में और अधिक आक्रामक हो सकते हैं, जिससे देवेंद्र फडणवीस के लिए सीएम पद बरकरार रखने के पार्टी के प्रयासों में मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान होना बाकी
हालांकि अभी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होना बाकी है, लेकिन हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के नतीजे राज्य के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों की घोषणा कर सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।