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महाराष्ट्र में नागपुर के महाल इलाके में सोमवार, 17 मार्च की रात दो गुटों के बीच झड़प और पत्थरबाजी की घटना हुई.
घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने बताया कि स्थिति अभी शांत है.
इस घटना में कुछ लोगों के साथ-साथ दो पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है. हालांकि, पुलिस की ओर से घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़े से कड़े कदम उठाने को कहा है.
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पुलिस ने क्या बताया?
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “परिस्थिति अभी शांत है. एक फोटो जलाई गई थी, जिसके बाद लोग जमा हुए, उनका निवेदन हुआ. उनके निवेदन पर हमने कार्रवाई की. इसके अलावा लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने मेरे ऑफिस भी आया था. उनको बताया कि उन्होंने जो नाम दिए थे, उसके हिसाब से हमने एफ़आईआर दर्ज की है और उनके ऊपर कार्रवाई करेंगे. ये घटना हुई थी, उसके बाद से हमारी कार्रवाई शुरू है.”
17 मार्च की रात हुई पथराव की घटना और पुलिस पर हुए हमले के सवाल पर उन्होंने कहा, “घटना करीब 8-8:30 बजे की है. दो वाहन जलाए गए हैं. कौन-कौन और कितने लोग घायल हैं, ये आंकड़ा अभी हमारे पास आया नहीं है.”
उन्होंने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. जो भी लोग इस घटना में शामिल हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई हो रही है और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है.
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने बताया, “इलाके में धारा 144 लगाई गई है. सबको हिदायत दी गई है कि कोई भी बिना वजह बाहर न निकले और कानून अपने हाथ में न ले. अफवाहों पर विश्वास न करें. अगर कोई अफवाह फैलाता है, तो उसकी जानकारी पुलिस को दें.”
‘ग़लतफ़हमी के कारण हुई घटना’
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महाल में हुई हिंसा को लेकर नागपुर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अर्चित चंदक ने बताया कि घटना ग़लतफ़हमी के कारण हुई.
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “ये घटना कुछ गलत जानकारियों की वजह से हुई. अब स्थिति नियंत्रण में है. मैं सभी से अपील करता हूं कि वो घरों से बाहर न निकलें और पत्थरबाज़ी न करें.”
उन्होंने बताया, “काफी पत्थरबाज़ी भी हुई और हमने आंसू गैस के गोले दागे. कुछ छोटी गाड़ियों को आग के हवाले भी किया गया था और हमने फ़ायर ब्रिगेड को बुलाकर उसे बुझा लिया. कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. पत्थरबाजी की घटना के दौरान मेरे पैर में चोटें आईं. हम सभी से शांति की अपील करते हैं. अफवाहों पर ध्यान न दें…क़ानून-व्यवस्था में व्यवधान न डालें और पुलिस का सहयोग करें. हम क़ानूनी कार्रवाई कर रहे हैं.”
फ़ायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “दो जेसीबी और दो-तीन अन्य गाड़ियों में आग लगाई गई थी. हमारा एक फायरमैन घायल हुआ है.”
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा- ‘कड़ी कार्रवाई की जाएगी’
इस घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़े से कड़े कदम उठाने को कहा है.
सीएम फडणवीस ने कहा, “नागपुर के महाल इलाके में जिस तरह से तनाव की स्थिति बनी, ये बहुत ही निंदनीय है. जिस प्रकार से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की है. पुलिस पर भी पत्थर फेंके हैं, ये बिल्कुल गलत है. मैं स्वयं इन सारी घटनाओं पर नज़र रख रहा हूं. मैंने पुलिस कमिश्नर को ये कहा है कि कानून व्यवस्था बनाने के लिए जो भी आपको कड़े से कड़े कदम उठाने की ज़रूरत हो, वो उठाए जाएं और शांति को बनाया जाए.”
उन्होंने कहा, “अगर कोई दंगा करता है, कोई पुलिस पर पत्थर फेंकता है, कोई समाज में तनाव निर्माण करता है. ऐसे सभी लोगों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. मैं सभी को अपील करता हूं कि नागपुर बहुत ही शांतिप्रिय शहर है. यहां की शांति भंग न हो, लोगों को इस तरह से व्यवहार करना चाहिए. कोई भी तनाव निर्माण का प्रयास करेगा, तो उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने भी बयान जारी किया है. उन्होंने लोगों से शांति की अपील की है.
उन्होंने कहा, “कुछ अफवाहों की वजह से नागपुर में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने के लिए जाना जाता रहा है.”
उन्होंने लोगों से अपील की है, “घर से बाहर न निकलें, क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें.”
नागपुर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक प्रवीण दात्के ने एएनआई से कहा, “मुझे जानकारी मिली थी कि बाहर के कुछ लोगों ने दो समुदायों के बीच तनाव फैलाने की कोशिश की. गाड़ियों में आग लगा दी गई. पत्थरबाज़ी भी हुई. एक ख़ास समुदाय के लोग बाहर से आए और उन्होंने सारी हिंसा की. मुख्यमंत्री हालात पर नज़र रखे हुए हैं. इसमें शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए.”
वहीं कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि बेतुके बयान देने वाले और समाज में नफरत फैलाने वाले मंत्रियों को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, “नागपुर बहुत शांतिपूर्ण शहर है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन करने वाले संगठनों द्वारा इस पर हमला किया जा रहा है. यह सब कैबिनेट में शामिल मंत्रियों की वजह से है, जिन्होंने बेतुके बयान दिए हैं. मुख्यमंत्री को उन्हें कैबिनेट से हटा देना चाहिए.
वडेट्टीवार ने कहा, “जानबूझकर नफरत फैलाई जा रही है और दो समुदायों के बीच संघर्ष को भड़काया जा रहा है, और यह सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा किया जा रहा है. नागपुर के निवासियों को शांति बनाए रखनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई अप्रिय घटना न हो.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़ रूम की ओर से प्रकाशित