मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीए) के बीच माना जा रहा है लेकिन महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे पूरी तरह से सुर्खियों में हैं। इसकी वजह है उनके बेटे अमित ठाकरे की राजनीति में एंट्री। अमित ठाकरे मुंबई की माहिम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर बीजेपी ने अमित ठाकरे का समर्थन करने का ऐलान किया है लेकिन शिंदे की पार्टी से उनके मौजूदा विधायक सदा सरवणकर मैदान में डटे हुए हैं। ऐसे में जब महाराष्ट्र में नामांकन पत्र वापसी की अंतिम तारीख चार नवंबर है तब राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह जनपद ठाणे में जनसभा रख दी है। चुनाव पूर्व और ताजा सर्वे में ठाणे के शिंदे के स्वीप करने की भविष्यवाणी की गई थी। अब देखना है कि नामांकन पत्र की आखिर दिन कोई बड़ा खेला होता है या फिर माहिम में राज ठाकरे के बेटे त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे रहते हैं।
माहिम में है त्रिकोणीय मुकाबला
माहिम सीट से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी महेश सावंत को उतारा है। अभी इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद की जा रही है। अगर शिंदे की पार्टी के विधायक सदा सरवणकर मैदान से हटते हैं तो इस सीट पर फिर राज ठाकरे बनाम उद्धव ठाकरे की लड़ाई हो जाएगी। राज ठाकरे ने ठाणे में 4 नवंबर को पार्टी के उम्मीदवार अविनाश जाधव के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनावों में जब राज ठाकरे ने पीएम मोदी को बिना शर्त समर्थन दिया था तब उन्होंने शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के लिए भी कल्याण के साथ ठाणे में सभा की थी। ठाणे में मनसे का प्रभाव माना जाता है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है अगर माहिम में त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति रहती है तो क्या राज ठाकरे ठाणे में सीएम शिंदे का खेल खराब करेंगे?
माहिम में है त्रिकोणीय मुकाबला
माहिम सीट से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी महेश सावंत को उतारा है। अभी इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद की जा रही है। अगर शिंदे की पार्टी के विधायक सदा सरवणकर मैदान से हटते हैं तो इस सीट पर फिर राज ठाकरे बनाम उद्धव ठाकरे की लड़ाई हो जाएगी। राज ठाकरे ने ठाणे में 4 नवंबर को पार्टी के उम्मीदवार अविनाश जाधव के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनावों में जब राज ठाकरे ने पीएम मोदी को बिना शर्त समर्थन दिया था तब उन्होंने शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के लिए भी कल्याण के साथ ठाणे में सभा की थी। ठाणे में मनसे का प्रभाव माना जाता है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है अगर माहिम में त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति रहती है तो क्या राज ठाकरे ठाणे में सीएम शिंदे का खेल खराब करेंगे?
राज ठाकरे की सभा पर टिकी नजरें
मनसे चीफ राज ठाकरे की यह ठाणे के ब्रह्मांड सर्कल पर रखी गई है। जो शाम पांच बजे शुरू होगी। अगर नामांकन वापसी में कोई बड़ा फेरबदल नहीं होता है तो राज ठाकरे इस सभा में शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को निशाने पर ले सकते हैं। 30 अक्तूबर को शिंदे ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि मुंबई शहर या फिर डांसबार। उन्होंंने यह कहकर सीएम शिंदे को निशाने पर लिया था। ठाणे की शहर सीट महायुति में बीजेपी के खाते में गई है। इस सीट बीजेपी के मौजूदा विधायक संजय केलकर मैदान में हैं। मनसे ने अविनाश जाधव को उतारा है। महाविकास आघाडी में यह सीट शिवसेना उद्धव के पास गई थी। पार्टी ने राजन विचारे को कैंडिडेट बनया है। 1990 के इस सीट पर शिवसेना और बीजेपी को ही जीत मिली है। 2004 में एकनाथ शिंदे ने भी ठाणे से जीत चुके हैं।