मुंबई के गेटवे ऑफ़ इंडिया इलाक़े से एलिफ़ेंटा द्वीप जा रही यात्रियों से भरी फ़ेरी (एक तरह की बड़ी नाव) पलटने से 13 लोगों की मौत हो गई है.
बीबीसी मराठी सेवा के मुताबिक़, फ़ेरी के एक स्पीडबोट से टकराने की वजह से ये हादसा हुआ.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस घटना में 13 लोगों की मौत हो गई है.
विधानसभा की कार्यवाही के बाद फडणवीस ने नागपुर में मीडिया को इस घटना के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा, “नीलकमल नाम की एक यात्री नाव को नौसेना की एक बोट ने दोपहर तीन बजकर 55 मिनट पर टक्कर मार दी. इससे ये हादसा हुआ. 101 लोगों को बचाया गया है. 13 लोगों की मौत हो गई है. इसमें नौसेना के तीन जवान भी शामिल हैं. दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज नौसेना के अस्पताल में चल रहा है.”
देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे में मरने वालों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है.
जानकारी के मुताबिक़, फ़ेरी पर 80 से अधिक लोग सवार थे. हादसे के बाद राहत बचाव दल मौक़े पर पहुंच गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय नौसेना, कोस्ट गार्ड, पुलिस और स्थानीय मछुआरे शामिल हैं.
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “हमें एक बोट के हादसे की ख़बर मिली. जिसके बाद फौरन नौसेना, कोस्ट गार्ड, बंदरगाह और पुलिस की टीम को मदद के लिए रवाना किया गया है.”
“हम पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में हैं. सौभाग्य से ज़्यादातर लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. हालांकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.”
राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री ने जताया दुख
हादसे पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है.
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर लिखा है, “पैसेंजर फ़ेरी और इंडियन नेवी क्राफ़्ट की मुंबई हार्बर में हुई टक्कर से कई मौतों से बेहद दुखी हूं. हादसे में घायल नौसेना के कर्मी और दोनों नावों पर सवार बाकी सभी लोगों का इलाज चल रहा है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. लापता लोगों का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक बलों की ओर से व्यापक खोज और बचाव अभियान जारी है. “
बीबीसी मराठी सेवा के अनुसार नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, येलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत कार्य चल रहा है.
नाव डूबने की घटना के बाद 56 लोगों को जेएनपीटी अस्पताल, 9 लोगों को नेवी डॉकयार्ड अस्पताल, नौ लोगों को सेंट जॉर्ज अस्पताल और एक व्यक्ति को अश्विनी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं, नौसेना की ओर से भी इस घटना पर बयान जारी किया गया है.
एक्स पर इंडियन नेवी ने लिखा है, “आज दोपहर मुंबई हार्बर में इंजन ट्रायल के दौरान इंजन में आई ख़राबी की वजह से इंडियन नेवी क्राफ़्ट का नियंत्रण खो गया. नतीजतन ये नाव यात्रियों को ले जा रही फ़ेरी से टकरा गई और वह फ़ेरी भी पलट गई. अभी तक 13 मौतों की पुष्टि हुई है. हादसे वाली जगह से घायलों को बाहर निकाल लिया गया है और पास के अस्पतालों में उनका इलाज हो रहा है.”
“हादसे के फ़ौरन बाद ही सर्च और रेस्क्यू शुरू कर दिया गया था. इसमें नौसेना के चार हेलीकॉप्टर, 11 नावें, एक कोस्ट गार्ड बोट और मरीन पुलिस की तीन नावें शामिल हैं.”
करीब एक महीने में भारतीय नौसेना के नाव के टकराने का ये दूसरा मामला है. इससे पहले 22 नवंबर को गोवा तट के पास एक पनडुब्बी मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाली नाव से टकरा गई थी. उस हादसे में भी दो लोगों की मौत हुई थी. हादसे की वजह के बारे में पता लगाने के लिए जाँच अभी चल रही है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.