कर्नाटक के मंगलुरु में धर्मस्थल लाशें दफन मामला विवादों में है। सुजाता भट नामक महिला जिन्होंने पहले बेटी के लापता होने का दावा किया था अब अपने बयानों से पलट रही हैं। उन्होंने यूट्यूबर पर झूठा दावा करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। इस मामले में एक और मोड़ तब आया जब सामूहिक दफन का दावा करने वाले चेन्ना को गिरफ्तार किया गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के मंगलुरु के धर्मस्थल में लाशें दफन मामला अब विवाद का केंद्र बन गया है। जिस बुजुर्ग महिला सुजाता भट ने दावा किया था कि उनकी बेटी दक्षिण कन्नड जिले के एक छोटे से गांव धर्मस्थल में लापता हो गई, अब वो यू-टर्न पर यू-टर्न मार रही है।
पहले इस महिला ने अपनी बात से पलटते हुए एक यूट्यूबर को बताया कि उनकी बेटी अनन्या भट्ट कभी अस्तित्व में थी ही नहीं, अब एक और यू-टर्न लेते हुए कहा कि ऐसा उससे जबरदस्ती बुलवाया गया। उन्हें झूठा दावा करने के लिए मजबूर किया गया था।
क्या कहा बुजुर्ग महिला ने?
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला से जब पूछा गया कि आपने ये क्यों कहा था कि आपकी कोई बेटी नहीं है तो उसने कहा, “हां यह बात सही है कि मेरी एक बेटी है। झूठा दावा करने के लिए मुझे एक यूट्यूब चैनल वाले ने फोर्स किया था।”
पुलिस ने यूट्यूबर को भेजा समन
एसआईटी जांच के घेरे में आए यूट्यूबर एमडी समीर को नोटिस जारी कर 24 अगस्त को जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बल्लारी स्थित उनके आवास पर यह नोटिस चिपकाया गया है। यह नोटिस मंगलुरु की एक अदालत की ओर से 21 अगस्त को समीर को अग्रिम जमानत दिए जाने के बाद जारी किया गया है।
जानिए क्या है मामला?
धर्मस्थल में लाशें दफन का मामला अप्रत्याशित घटनाक्रमों से अछूता नहीं है। इस मामले को उजागर करने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद, सुबह से यह इस मामले में दूसरा बड़ा उलटफेर है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक शख्स ने गांव में सामूहिक दफन किए जाने का विस्फोटक दावा किया था।
सीएन चिन्नय्या उर्फ चेन्ना ने पुलिस से संपर्क कर कहा था कि उसे सैकड़ों शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया, जिनमें यौन उत्पीड़न की शिकार युवतियां भी शामिल थीं। उसने कहा कि अगर उसे सुरक्षा दी जाए तो वह गवाह बनने को तैयार है।
चेन्ना की गिरफ्तारी के बाद खुला राज
इससे पहले वह एक ‘नकाबपोश शख्स’ के रूप में जाना जाता था, जो केवल नकाब पहनकर सार्वजनिक रूप से दिखाई देता था। उसकी पहचान आज ही उजागर हुई, जब उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान सच्चाई सामने आई कि उसने जो भी दावे किए थे वो सभी झूठे और मनगढ़ंत थे।
चेन्ना ने पहले मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया था, लेकिन विशेष जांच दल (एसआईटी) को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ। पूछताछ के दौरान, एसआईटी ने पाया कि वह झूठ बोल रहा था। फिर उन्होंने उसकी सुरक्षा हटा ली और उसे झूठी गवाही देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
कर्नाटक में छिड़ गया राजनीतिक विवाद
उनके चौंकाने वाले इकबालिया बयान के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया था, जिसमें भाजपा ने राज्य के मंदिरों के खिलाफ बदनामी का अभियान चलाने और राज्य सरकार पर मंदिरों के शहर को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। लेकिन पार्टी का मानना है कि सुजाता भट और चेन्ना जैसे लोग तो बस आगे के खिलाड़ी हैं, जिन्हें पीछे से कोई और नियंत्रित कर रहा है।