जागरण संवाददाता, जयपुर। सपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान ने शनिवार को अपने बेटे अब्दुला आजम के साथ राजस्थान के अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत की।
आजम ने दरगाह में मजार पर चादर पेश करने के साथ ही अकीदत के फूल पेश किए। जेल से रिहाई और पार्टी की ओर से बिहार विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल होने के बाद अजमेर पहुंचे आजम खान ने ख्वाजा साहब की दरगाह में शुकराना अदा किया।
आजम खान ने क्या कहा?
यहां आजम ने कहा, उन्हें रूहानी ताकत मिली है। मुसीबतें कम हुई हैं लेकिन चुनौतियां अभी बरकरार है। आजम ने कहा कि मुझे बहुत सताया गया। झूठे आरोपों में फंसाया गया लेकिन सबकी दुआओं से सुकून और इंसाफ मिला है। यही कारण है कि दरगाह में हाजिरी देने पहुंचा हूं।