भारतीय रेलवे का यह ट्रेन्स एट ए ग्लांस का 44वां संस्करण है। पहले यह परिवर्तन प्रत्येक वर्ष 30 जून को होता था जिसे एक जुलाई से लागू कर दिया जाता था। किंतु पिछले वर्ष नया टाइम टेबल एक अक्टूबर को लागू किया गया था जो 31 दिसंबर तक लागू रहा। वहीं इनमें एक्सप्रेस एवं पैसेंजर दोनों तरह की ट्रेनें हैं।
अरविंद शर्मा, जागरण नई दिल्ली। ट्रेनों की नई समय सारिणी बुधवार से प्रभावी हो जाएगी। रेलवे ने इसे मंगलवार को देर शाम जारी कर दिया है। नई व्यवस्था में दो हजार 875 यात्री ट्रेनों के नंबर बदल दिए गए हैं। इनमें एक्सप्रेस एवं पैसेंजर दोनों तरह की ट्रेनें हैं। इसी तरह कई ट्रेनों के स्टेशन से चलने और गंतव्य तक पहुंचने के समय में भी परिवर्तन किया गया है।
ट्रेनों के समय में पांच मिनट से लेकर एक घंटा का फेरबदल
भारतीय रेलवे का यह ट्रेन्स एट ए ग्लांस का 44वां संस्करण है। पहले यह परिवर्तन प्रत्येक वर्ष 30 जून को होता था, जिसे एक जुलाई से लागू कर दिया जाता था। किंतु पिछले वर्ष नया टाइम टेबल एक अक्टूबर को लागू किया गया था, जो 31 दिसंबर तक लागू रहा। रेलवे के अनुसार एक्सप्रेस ट्रेनों के समय में पांच मिनट से लेकर एक घंटा और पैसेंजर ट्रेनों के समय में पांच मिनट से 20 मिनट तक का फेरबदल किया गया है।
अधिकतर ट्रेनों के शुरू होने के समय में कमी
अधिकतर ट्रेनों के शुरू होने के समय में कमी कर दी गई है। उदाहरण के लिए डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस पाटलिपुत्र से 4:15 बजे के बदले 4:05 बजे रवाना होगी। इसी तरह आनंद विहार जनशताब्दी एक्सप्रेस दानापुर स्टेशन से चार बजे की जगह 3:50 बजे ही खुलेगी। उन ट्रेनों के नंबर भी बदल जाएंगे, कोविड के समय जिनके नंबर के पहले (जीरो) लगा दिया गया था।
इस परिवर्तन के बाद टिकट बुक कराने से पहले विशेष सावधानी बरतनी होगी। इसे देखते हुए यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि ट्रेन का नंबर कन्फर्म करने के बाद ही टिकट बुक कराएं। साथ ही सफर पर निकलने से पहले नई समय सारणी और नंबर जरूर देख लें।
वंदे भारत ट्रेनों समय में बदलाव
नई समय सारणी में वंदे भारत ट्रेनों को भी शामिल किया गया है। साथ ही 62 (31 जोड़ी) ऐसी विशेष ट्रेनों को भी शामिल किया गया है, जिनका संचालन पिछले वर्ष शुरू किया गया है। साथ ही 90 ऐसी ट्रेनें भी हैं, जिन्हें कोहरे के कारण आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है या उनकी आवृत्ति घटा दी गई है।
इन रूटों पर हुआ बदलाव
समय सारणी में इनके रूट का भी उल्लेख किया गया है। जैसे आनंद विहार (दिल्ली)-छपरा, आनंद विहार (दिल्ली) -पटना, दिल्ली-गोरखपुर, मुंबई- बलिया, मुंबई – गोरखपुर, हैदराबाद – गोरखपुर, सिकंदराबाद – मुजफ्फरपुर, सिकंदराबाद-अगरतला, हैदराबाद-जयपुर, अजमेर-मुंबई, जयपुर-मुंबई, बीकानेर- मुंबई, हिसार-तिरुपति, अहमदाबाद- तिरुचिरापल्ली आदि। रेलवे के अनुसार ये ऐसे रेल रूट हैं, जहां विशेष मौकों पर ट्रेन यात्रियों का आना-जाना बढ़ जाता है, जिससे अतिरिक्त ट्रेनों की जरूरत पड़ती है।
कई ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ी
रेलवे के आधुनिकीकरण से कई ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ाई गई है। उदाहरण के लिए साबरमती से वाराणसी आने वाली ट्रेन (19407) से सफर में अब एक घंटे की बचत होगी। इसी तरह सिवनी से फिरोजपुर से जाने वाली ट्रेन के समय में 35 मिनट की कमी आएगी। पहले 27 घंटे 35 मिनट लगता था। हुबली से चेन्नई जाने वाली 20680 ट्रेन के समय में 45 मिनट कम लगेगा।
क्या होता है ट्रेन एट ए ग्लांस
इसमें ट्रेनों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाती है। इसमें रूट मैप, स्टेशनों के इंडेक्स, ट्रेन नंबर इंडेक्स और ट्रेन नाम इंडेक्स आदि शामिल होते हैं। आनलाइन एवं तत्काल आरक्षण, धन वापसी एवं रेल टिकट में छूट जैसी सूचनाएं भी होती हैं।
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