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‘युवाओं को UPA और NDA दोनों की सरकारों ने निराश किया’, चीन का नाम लेकर राहुल गांधी ने बड़ी बात कह दी

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Feb 3, 2025


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए और भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि दोनों ही सरकारें युवाओं के भरोसे पर खरी नहीं उतरीं। उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की निष्पक्षता लोकतंत्र की बुनियाद है। उन्होंने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के तरीके पर भी सवाल दागा।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने युवाओं के भविष्य पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि पहले की संप्रग और वर्तमान राजग दोनों ही सरकारें युवाओं की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी हैं। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए युवाओं को मोबिलिटी क्रांति में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।

मेक इन इंडिया का विचार अच्छा

राहुल गांधी ने कहा कि मेक इन इंडिया का विचार अच्छा था, लेकिन यह सफल नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि मोबिलिटी क्रांति के चार प्रमुख स्तंभ – इलेक्ट्रिक मोटर, बैटरी, आप्टिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हैं, जिन पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। चीनी इस क्रांति में आगे रहें, भारत यह बर्दाश्त नहीं कर सकता।

चुनाव आयोग पर उठाए सवाल

वहीं राजनीतिक मोर्चे पर राहुल ने महाराष्ट्र में मतदाता सूची में भारी वृद्धि पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश की आबादी के बराबर मतदाताओं के नाम जोड़ने की जानकारी साझा नहीं की जा रही है।

कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं

उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं की निष्पक्षता को लोकतंत्र की बुनियाद बताते हुए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के पैनल से सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को हटाने के सरकार के फैसले पर भी सवाल उठाया और कहा कि पीएम को इसका जवाब देना चाहिए।

लोकसभा में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अभिभाषण वास्तव में सरकार की लांड्री लिस्ट रहा। इसमें युवाओं के भविष्य का कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं था, जबकि भारत का भविष्य देश के युवाओं द्वारा तय किया जाना है।

बेरोजगारी पर चिंता व्यक्त की

उन्होंने कहा कि अगर आईएनडीआईए गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति अभिभाषण होता तो वह युवाओं पर केंद्रित होता और मोबिलिटी क्रांति में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करता। राहुल गांधी ने बेरोजगारी की समस्या पर भी चिंता जताई और कहा कि न तो संप्रग और न ही राजग सरकार ने इस समस्या का समाधान किया है।

60 वर्षों में निर्माण क्षेत्र का जीडीपी में योगदान सबसे कम

राहुल गांधी ने कहा कि निर्माण क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 15.3 प्रतिशत से घटकर 12.6 प्रतिशत हो गया है, जो 60 वर्षों में सबसे कम है। चीन की चुनौती का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि चीन की आर्थिक आक्रामकता के कारण भारत में केवल असेंबलिंग हो रही है, निर्माण नहीं। चाहे फोन हो या अन्य चीजें, इनके पुर्जे आदि चीन में बन रहे। उन्होंने कहा कि चीन की इस बढ़त का एक बड़ा कारण मेक इन इंडिया की विफलता है।

भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी अहम

अमेरिका को रणनीतिक साझेदार बताते हुए राहुल ने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत के बिना औद्योगिक उत्पादन प्रणाली का अमेरिका निर्माण नहीं कर सकता।

वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें नेता

लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर जोर देते हुए राहुल गांधी ने सरकार से स्पष्ट दृष्टिकोण की मांग की और नेताओं से वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने महाराष्ट्र में मतदाता सूची में भारी वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग से आंकड़ों को साझा करने की मांग की।

जाति जनगणना की प्रतिबद्धता दोहराई

उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच लगभग 70 लाख नए मतदाताओं का जुड़ना चिंताजनक है। जाति जनगणना के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता दोहराते हुए राहुल ने तेलंगाना के आंकड़ों का हवाला दिया और कहा कि ओबीसी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वहां की आबादी का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति पूरे देश में भी हो सकती है।
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