पाकिस्तान ने भुज पर किया था ड्रोन अटैक
गुजरात की सीमा पाकिस्तान के साथ 508 किलोमीटर लंबी है। खास बात है कि गुजरात उन राज्यों में से एक था, जिसे पाकिस्तान ने चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल करके निशाना बनाया था। भुज पाकिस्तान की सीमा से बेहद करीब है। भुज पर कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल करके हमला किया गया था। हालांकि, भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक खतरे को बेअसर कर दिया। यह पाकिस्तान की सीमा से बेहद करीब है।
नई दिल्ली से भुज (गुजरात) के लिए रवाना। भुज वायु सेना स्टेशन पर हमारे साहसी वायु योद्धाओं से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं। इसके अलावा, मैं स्मृतिवन भी जाऊंगा। स्मृति वन वो स्मारक और संग्रहालय है जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2001 के भूकंप में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए की थी।
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
1971 के युद्ध निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
राजनाथ सिंह भुज एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे। यह एयरफोर्स स्टेशन भारत के लिए काफी अहम है। पाकिस्तान के खिलाफ 1971 की जंग में भुज ने अहम भूमिका अदा की थी। खास बात है कि जंग के दौरान भुज की महिलाओं ने देश की रक्षा में अहम योगदान दिया था। महिलाओं के ग्रुप ने दुश्मन के हवाई हमले में क्षतिग्रस्त हवाई पट्टी की फिर से मरम्मत कर पाकिस्तान की हार में अहम भूमिका अदा की थी।
जम्मू-कश्मीर से दिया था संदेश
एक दिन पहले ही राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर में थे। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कश्मीर की अपनी पहली यात्रा पर आए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत सशस्त्र बलों की मदद से जल्द ही क्षेत्र से आतंकवाद का सफाया कर देगा। सिंह ने श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में बहादुर भारतीय सेना के जवानों के साथ बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को फिर से परिभाषित किया है कि भारतीय धरती पर किसी भी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
रक्षा मंत्री ने कहा था कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी में लाया जाना चाहिए, क्योंकि वे ऐसे दुष्ट देश में सुरक्षित नहीं हैं।