खेत में बने मकान में चल रहा था सट्टे का खेल
पुलिस कप्तान शरद चौधरी ने बताया कि एजीटीएफ चिड़ावा कैंप प्रभारी हैड कांस्टेबल शशिकांत शर्मा को सूचना मिली थी कि सीएलआर चौक लुहारू रोड पिलानी के पास उमेश शर्मा के खेत में मकान के अंदर दो-तीन लड़के रह रहे है, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। जिनके किसी अपराध मे संलिप्त होने की पूर्ण संभावना है। जिसको अभी चैक किया जाए तो संदिग्ध सामान के साथ कोई आनॅलाइन साइबर जैसा अपराध करते हुए पकड़े जा सकते हैं। एसपी ने बताया कि कार्रवाई के लिए पिलानी सीआई रणजीत सेवदा के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
लैपटाप, मोबाइल और कैश बरामद
मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उमेश शर्मा के खेत में मकान के मुख्य गेट को खोलकर चैक किया गया तो मकान के अंदर तीन युवक मिले। जिनके पास दो लैपटाप, 20 मोबाइल, 16 एटीएम कार्ड, सात चैक बुक, चार बैंक पास बुक, एक पासपोर्ट, 12 सिम रैपर, एक वाईफाई, एक हिसाब रजिस्ट्रर मय एक पैन तथा व नगद एक लाख 85 हजार 300 रूपए मिले। मौके पर मिले युवकों की पहचान मोरवा निवासी हेमंत सिंह (24), मोरवा गांव के ही रोहित सिंह (21) व चूरू जिले के हमीरवास थाना इलाके के रामपुरा निवासी सिकन्द्र सिंह (18) के रूप में की गई। जिन्हें गिरफ्तार कर मौके पर मिले सामान और नकदी को जब्त किया गया।
बेट सिंह 11 के नाम पर करवाते थे ऑनलाइन सट्टा
पुलिस ने आरोपियों पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे हम ऑनलाइन साइट बेट सिंह 11 डॉट कॉम पैनल साइट पर क्रिकेट समेत कई तरह के ऑनलाइन गेम खेलते है और खिलवाते है। इस पैनल की मास्टर आईडी हरिसिंह व थौर के पास है, जो जयपुर के रहने वाले हैं। आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में यह भी कबूला है कि उनके पास से जब्त किए गए 20 मोबाइलों में से अधिकतर मोबाइल में काम ली जा रही सिम अलग अलग लोगों के नाम से है। वहीं आरोपियों ने यह भी कबूला कि विभिन्न व्यक्तियों के बैंक खाते किराए पर लेकर, विभिन्न व्यक्तियों के नाम से मोबाइल सिम खरीदकर उपयोग में लेते है। साथ ही बैंक खातों मे काफी संख्या मे ऑनलाइन गेम्स के रूपए ट्रासंफर होते है। पुलिस ने धोखाधड़ी, आईटी एक्ट, ऑनलाइन गेम्स मे जीतने का प्रलोभन देकर उनसे ऑनलाइन गेम्स पर रूपए लगावाकर धोखाधड़ी करने की धाराओं में तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
कार्रवाई करने वाली टीम में ये रहे शामिल
एसपी ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस थाना पिलानी तथा एजीटीएफ चिड़ावा कैंप ने संयुक्त रूप से की। पूरी टीम का नेतृत्व में पिलानी सीआई रणजीत सेवदा ने किया। जिसमें एएसआई कमल सिंह, कांस्टेबल राजेश, धर्मवीर, संजय और राजेश शामिल थे। वहीं एजीटीएफ टीम का नेतृत्व प्रभारी हैड कांस्टेबल शशिकांत शर्मा ने किया। जिसमें कांस्टेबल पंकज, संदीप गांधी, अमित, हरिश शामिल थे।