मेघालय पुलिस ने बनाया नाक का सवाल
23 मई को जब सोनम और राजा की गुमशुदगी की खबर आई तो शिलांग पुलिस भी चौंक गई। ईस्ट खासी हिल्स के वेइसाडोंग एरिया टूरिज्म के लिए मशहूर है। वहां पेड़ों की जड़ों से बने नैचुरल ब्रिज को देखने देश-विदेश से सैलानी आते हैं। 2 जून को ईस्ट खासी हिल्स में वेइसाडोंग फ़ॉल्स के पास क़रीब 150 फ़ीट गहरी खाई में राजा रघुवंशी की लाश मिली। सोनम का कुछ पता नहीं चला।
अपहरण, हत्या समेत कई तरह की कयासबाजी शुरू हो गई। सोशल मीडिया में यह वारदात वायरल हुई। यह एक ऐसी घटना थी, जिससे मेघालय के टूरिज्म सेक्टर को धक्का लग सकता था। सीएम कॉनराड संगमा ने पूरे पुलिस-प्रशासन को एक्टिव किया। गृह मंत्री प्रेस्टोन टिंसोंग ने मेघालय के ख़िलाफ़ ‘निगेटिव नैरेटिव’ को खत्म करने के लिए इस केस को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए पूरा तंत्र लगा दिया।
प्रेमी राज की गिरफ्तारी के बाद सामने आई सोनम
पुलिस को राजा के शव के पास मिले धारदार हथियार दाव देखकर ही अंदाजा हो गया था कि इस हत्याकांड में कोई लोकल शामिल नहीं है। इसके बाद ही पुलिस ने सोनम के संपर्क सूत्रों को खंगालना शुरु किया। मेघालय पुलिस हमेशा इंदौर पुलिस के संपर्क में रही। ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम का दावा है कि इंदौर से दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोनम खुद ही गाजीपुर में सामने आ गई, क्योंकि उसका प्लान ध्वस्त हो चुका था। इसके बाद एक-एक कर परतें खुलने लगीं और राज कुशवाह की इस कहानी में एंट्री हुई। राज कुशवाह केस खुलने से पहले एक गुमनाम शख्स था, जो सोनम रघुवंशी के पिता को कदम-कदम पर मदद कर रहा था। जब पहली बार इस केस में राज कुशवाह का नाम आया तो देवी सिंह ने इसे सिरे से नकार दिया।
प्लान सक्सेस होता तो प्रेमी राज बन जाता हीरो
राज कुशवाह सोनम के पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता था। सोनम भी बिजनेस में एचआर का काम देखती है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सोनम और राज कुशवाह एक-दूसरे के काफी करीब आ चुके थे। सोनम के पिता को दिल की बीमारी थी, इसलिए वह राजा रघुवंशी के साथ अपनी शादी का विरोध नहीं कर सकी। उसने शादी के साथ ही राजा को रास्ते से हटाने और राज कुशवाह को हीरो बनाने की प्लानिंग की। पति राजा रघुवंशी को हटाने के लिए उसने हनीमून के लिए ऐसी जगह चुनी, जहां मध्यप्रदेश से कम ही कपल जाते हैं। इस प्लान में प्रेमी राज कुशवाह को इंदौर में रखा गया, ताकि किसी को शक नहीं हो। 20 लाख रुपये देकर तीन कातिल हायर किए। ये वही थे, जो मेघालय में सोनम और राजा के साथ दिखे थे। इसके बारे में वहां के गाइड ने बताया था।
सोनम को दीदी कहता था प्रेमी राज कुशवाह
सोनम को राज कुशवाह दीदी कहकर बुलाता था, इस कारण देवी सिंह को कभी पता नहीं चला कि उनकी कंपनी में रिश्तों की कैसी खिचड़ी पक रही है। सूत्रों के मुताबिक, सोनम रघुवंशी उस समय सामने आती, जब यह केस ठंडा पड़ जाता। वह खुद को राजा रघुवंशी की विधवा के तौर पर दिखाती। सोनम ने उससे वादा किया था कि मैं विधवा हो जाऊंगी तो तुमसे शादी कर लूंगी। इसके बाद एक विधवा से शादी कर राज कुशवाह देवी सिंह और समाज के नजर में हीरो बन जाता। मगर मेघालय पुलिस ने नाक का सवाल बने इस केस को राजा के शव मिलने के सात दिनों के भीतर ही खोल दिया। मेघालय पुलिस सोनम को पटना से लेकर रवाना हो चुकी है। दूसरी टीम भी राज कुशवाह समेत दो आरोपियों को इंदौर से ट्रांजिट रिमांड पर ले चुकी है।