सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को सेना पर टिप्पणी करने के मामले में फटकार लगाई है। कोर्ट ने पूछा कि चीन द्वारा 2000 वर्ग किमी जमीन हड़पने के दावे का उनका विश्वसनीय स्रोत क्या है। कोर्ट ने उन्हें संसद में बोलने की सलाह दी न कि सोशल मीडिया पर। राहुल गांधी पहले भी कई विवादित बयानों के लिए अदालती चक्कर लगा चुके हैं…
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सेना पर टिप्पणी करने के मामले में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- ‘आपको कैसे पता चला कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली? आपकी जानकारी का विश्वसनीय स्रोत क्या?’
राहुल गांधी को अपने किसी बयान चलते कोर्ट पहुंचने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बयानों को लेकर कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगा चुके हैं। एक मामले में तो सजा भी सुनाई गई, जिसके बाद लोकसभा की सदस्यता भी गंवानी पड़ी थी।
राहुल गांधी को वो कौन-सा बयान है और कब दिया था, जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट में फटकारा गया है? राहुल ने 2014 से लेकर अब तक ऐसे-ऐसे कौन-कौन-से बयान दिए, जिनके चलते कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़े, उन बयानों पर सरकार ने क्या जवाब दिया? राहुल गांधी के बयानों पर दुश्मन देश कैसे एजेंडा चलाते हैं?
राहुल गांधी का वो बयान, जिस मिली SC से फटकार
राहुल गांधी ने 25 अगस्त, 20222 को कारगिल में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान एक रैली को संबोधित किया था। गलवान में चीनी सेना से हुई हिंसक झड़प जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने रैली में दावा किया था- ”लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में क्या-क्या पूछेंगे, लेकिन चीनी सैनिकों ने हमारे सैनिकों की पिटाई की, इस पर एक भी सवाल नहीं पूछेंगे? चीन ने भारत की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है। ”
बता दें कि साल 2020 में चीन ने पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में एक्सरसाइज के बहाने भारी संख्या में सैनिक तैनात कर दिए थे। इसके बाद सीमा पर कई जगह घुसपैठ की घटनाएं हुईं। जवाब में भारत सरकार ने भी इस एरिया में चीन के बराबर संख्या में ही सैनिक तैनात कर दिए थे। हालत बिगड़ते गए। आखिर में 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए और 40 चीनी सैनिक मारे गए।
सरकार का जवाब
राहुल गांधी के बयान के जवाब में उस वक्त के लद्दाख के उपराज्यपाल (LG) ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) बीडी मिश्रा ने कहा था- ”भारत की एक इंच जमीन पर भी चीन का कब्जा नहीं है। 1962 में जो कुछ हुआ, उस पर बात करने से कोई फायदा नहीं है। आज सीमा की आखिरी इंच पर भी भारत का कब्जा है। भगवान न करें कि ऐसा हो, लेकिन अगर हालात बिगड़े तो हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के दावे को भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बताया था।रक्षा मंत्री ने कहा था-
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपने विदेश दौरे के दौरान जिस तरह की भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बातें कर रहे हैं, वह बेहद शर्मनाक और भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि भारत में सिख समाज को गुरुद्वारों में पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं है, उन्हें उनके पंथ के अनुरूप व्यवहार करने से रोका जा रहा है। यह बात एकदम बेबुनियाद और सच्चाई से कोसों दूर है। भारत की संस्कृति की रक्षा करने में सिख समाज की जो बड़ी भूमिका रही है, उसको पूरा देश मानता है और उनका सम्मान करता है। उनके बारे में इस तरह की मनगढ़ंत बातें करना, विपक्ष के नेता को शोभा नहीं देता।
राहुल का यह दावा कि एनडीए सरकार आरक्षण को समाप्त कर देना चाहती है, भी एकदम निराधार है। हमारे प्रधानमंत्री जी ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए आरक्षण की व्यवस्था को मजबूत किया है। इसी तरह भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर भी जिस तरह के दावे उन्होंने अमेरिका की धरती पर किए हैं, वे भी भ्रामक और तथ्यों से परे हैं। लगता है कि मुहब्बत की दुकान चलाते- चलाते राहुलजी झूठ की दुकान खोल कर बैठ गये हैं। इस तरह की गलतबयानी से राहुल जी को परहेज करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट राहुल से पूछे कई सवाल
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान सख्त लहजे में कहा- आपको कैसे पता कि चीन ने भारत की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर हड़प ली है, आपकी जानकारी का विश्वसनीय स्रोत क्या? अगर आप सच्चे भारतीय होते तो सेना और सीमा को लेकर इस तरह की टिप्पणी नहीं करते। जब बॉर्डर पर संघर्ष चल रहा हो तो क्या आप यह सब कह सकते हैं? आप संसद में सवाल क्यों नहीं पूछते? आप विपक्ष के नेता हैं, संसद में बोलिए, सोशल मीडिया पर नहीं।
राहुल गांधी के वे बयान-आरोप, जिन पर चल रहे मुकदमे
1. ‘RSS 21वीं सदी के कौरव’
राहुल गांधी ने 13 जनवरी को आरएसएस-भाजपा को असली टुकड़े-टुकड़े गैंग, भय और नफरत की सियासत करने वाला करार दिया।
राहुल ने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि कौरव कौन थे? मैं आपको 21वीं सदी के कौरवों के बारे में बताना चाहता हूं, वो खाकी हाफ-पैंट पहनते हैं, हाथों में लाठी लेकर चलते हैं और शाखा का आयोजन करते हैं। भारत दो-तीन अरबपति इन कौरवों के साथ खड़े हैं। इस मामले में हरिद्वार अदालत में मामला लंबित है।
2. ‘सावरकर धोखेबाज..अंग्रेजों को लिखा माफीनामा’
राहुल गांधी ने 17 नवंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा- सावरकर ने अंग्रेजों को माफीनामा लिखकर महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को धोखा दिया था।
राहुल ने एक चिट्ठी दिखाते हुए कहा- यह चिट्ठी सावरकर ने अंग्रेजों को लिखा थी, जिसमें उन्होंने डरकर अंग्रेजों से माफी मांगी और अंग्रेजों का नौकर बने रहने की बात कही थी, जबकि गांधी-नेहरू और पटेल ने ऐसा नहीं था, इसलिए वे सालों साल जेल में रहे थे।
सावरकर के पोते विनायक सावरकर और शिवसेना-शिंदे पार्टी की नेता वंदना डोंगरे ने दो अलग-अलग थानों में मामला दर्ज कराया।
3. ‘सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है…’
राहुल गांधी ने 13 अप्रैल 2019 कर्नाटक के कोलार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था- “ललित मोदी, नीरव मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?”
इस बयान के खिलाफ भाजपा नेता पूर्णेश मोदी राहुल गांधी के खिलाफ आईपीसी की धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था, जिसमें मोदी समुदाय को बदनाम करने का आरोप लगाया था। इस मामले में 23 मार्च को सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता छोड़नी पड़ी थी।
4. ‘गौरी लंकेश के मर्डर में RSS का हाथ’
राहुल गांधी ने गौरी लंकेश की हत्या के 24 घंटे बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था- ‘देश में जो भी भाजपा और आरएसएस की विधारधारा के खिलाफा बोलता है, उसे दबाया जाता है। पीटा जाता है और यहां तक कि उसकी हत्या करवा दी जाती है।’
इस पर आरएसएस के कार्यकर्ता और एडवोकेट ध्रुतिमन जोशी राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसमें ठाणे के मेट्रोपोलिटन मैजिस्ट्रेट कोर्ट राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया गया। बता दें कि बेंगलुरु में 5 सितंबर, 2017 को घर के बाहर ही पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
5. ‘हत्या का आरोपी भाजपा प्रमुख अमित शाह’
23 अप्रैल को जबलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था- हत्या का आरोपी भाजपा प्रमुख अमित शाह! वाह क्या शान है। क्या आप लोगों ने जय शाह (अमित शाह) का नाम सुना है? वह जादूगर है , उसने तीन महीने में 50 हजार के 80 करोड़ रुपये बना दिए और प्रधानमंत्री देश के युवाओं से कहते हैं पकौड़ा बनाओ। इस मामले में राहुल गांधी पर कई एफआईआर दर्ज हुईं, अहमदाबाद और रांची कोर्ट में मामला लंबित है और राहुल जमानत पर बाहर हैं।
6. ‘अमित शाह बैंक के निदेशक, काला धन बनाया सफेद’
राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर 2018 में अमित शाह पर आरोप लगाया कि अहमदाबाद की जिस सहकारी बैंक के अमित शाह निदेशक हैं, उस बैंक ने नोटबंदी के दौरान 5 दिन में 270 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदले हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया- ”बधाई अमित शाहजी! सबसे अधिक नोट बदलने के मामले में आपकी बैंक पहले नंबर पर आई है। नोटबंदी से लाखों लोगों की जिंदगी बर्बाद हुई, इस उपलब्धि के लिए बधाई।”
इस मामले में अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक (ADCB) और उसके अध्यक्ष अजय पटेल ने 27 अगस्त, 2018 राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। 12 जुलाई को 2019 को जमानत मिली।
7. ‘RSS ने मंदिर में नहीं घुसने दिया’
राहुल गांधी ने 14 दिसंबर, 2015 को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर आरोप लगाया कि आरएसएस ने असम में उनको एक मंदिर में दर्शन करने से रोक दिया। महिलाओं को आगे लाकर खड़ा कर दिया और कहा कि आप मंदिर के अंदर नहीं जा सकते हैं, मैं पूछता हूं कि ऐसा करने वाला आरएसएस होता कौन है।
इस मामले में आरएसएस कार्यकर्ता अंजन बोरा ने मामला दर्ज कराया, जिसकी सुनवाई गुवाहटी कोर्ट में चल रही है।
8. ‘महात्मा गांधी की हत्या RSS ने कराई’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 6 मार्च 2014 को महाराष्ट्र के भिवंडी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था- ‘आरएसएस के लोगों ने ही महात्मा गांधी की हत्या की और आज उनके लोग ही गांधीजी की बात करते हैं।’
राहुल के इस बयान के खिलाफ RSS कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने मानहानि का मामला दर्ज कराया था। बाद में यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां राहुल गांधी ने माफी मांगी थी।
राहुल के बयानों पर दुश्मन देश कैसे चलाते हैं एजेंडा?
भारत में जब विपक्ष के नेता भारत सरकार की नीति, सेना की भूमिका समेत अन्य मुद्दों पर सवाल उठाते हैं, तब चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर प्रोपेगेंडा वीडियो बनाते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर को भारत की छवि को धूमिल करने की मुहिम चलाते हैं।
उदाहरण के लिए
राहुल गांधी – चीन/पाकिस्तान का प्रोपेगेंड
- ‘लोकतंत्र खतरे में है’ – भारत में कमजोर लोकतंत्र है।
- ‘चीन ने हमारी जमीन ले ली’ – भारत की सेना को कमजोरी दिखाने की कोशिश करते हैं।