एएनआई, तेजपुर। भारत और चीन के बीच सीमा पर हालात लगातार सुधर रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान से भी इस बात को और बल मिला है। दीवाली के मौके पर जवानों के बीच उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सैनिकों की सीमा से पीछे हटने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।
Soldiers of the Indian and Chinese Army exchange sweets at Hot Springs in Ladakh on the occasion of #Diwali.
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/bqdIScUf1s
— ANI (@ANI) October 31, 2024
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम के तेजपुर में बॉब खाथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते हुए कहा, ‘LAC के साथ कुछ क्षेत्रों में, संघर्षों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चर्चा चल रही है। हाल की बातचीत के बाद, जमीनी स्थिति को बहाल करने के लिए व्यापक सहमति बनी है। यह सहमति समान और पारस्परिक सुरक्षा के आधार पर विकसित हुई है।’
आगे बढ़ने के लिए इंतजार करना होगा: राजनाथ सिंह
LAC पर कुछ क्षेत्रों में, conflicts को resolve करने के लिए, भारत और चीन के बीच,diplomatic और military, दोनों ही levels पर बातचीत होती रही है। अभी हाल की बातचीत के बाद, ground situation को restore करने के लिए, आपस में broad consensus हुई है। यह consensus, equal और mutual security…
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) October 31, 2024
गौरतलब है कि हाल ही में भारत और चीन के बीच सीमा क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त व्यवस्था के संबंध में एक समझौता हुआ है। इससे पहले चीनी सैन्य कार्रवाइयों के कारण दोनों देशों के बीच सीमा गतिरोध 2020 में LAC के साथ पूर्वी लद्दाख में शुरू हुआ। इसके बाद दोनों देशों के बीच लंबे समय तक तनाव बना रहा, जिससे संबंधों में काफी तनाव आया।
संबंधों में सुधार के संकेत
हालांकि, हाल ही में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसने दोनों देशों के बीच कम होते तनाव का संकेत दिया। यह बैठक पांच वर्षों में दोनों नेताओं के बीच पहली औपचारिक बातचीत थी। शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध भारत और चीन के लोगों और क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
(ब्रिक्स के दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच हुई थी द्विपक्षीय वार्ता। Photo- X)वहीं भारत में चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने पहले कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि द्विपक्षीय संबंध सुचारू रूप से आगे बढ़ेंगे और दोनों देशों के बीच संबंध विशिष्ट असहमतियों से बाधित नहीं होंगे। इधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल की जयंती पर उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘ऐसे बहुत से नाम हैं, जिन्हें हमारे इतिहास में उचित स्थान नहीं मिला, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनका बलिदान छोटा था। उनके बलिदानों को याद रखना और उन्हें सम्मान देना हमारा कर्तव्य है।’
सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत के पहले केंद्रीय गृह मंत्री और देश की एकता के पीछे के दिमाग सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देता हूं।’ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण करते हुए बॉब खथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। सिंह ने आगे कहा कि भारत में जिस तरह की एकता देखने को मिलती है, वह अद्भुत है। उन्होंने सभी से इस विशेषता को बनाए रखने का आग्रह किया।