इमेज स्रोत, Personal collection
यह साल 1967 की बात है, जब केविन कैरोल और डेबी वेबर ने पहली बार एक-दूसरे को देखा.
दोनों ही उस समय किशोर थे और अपने-अपने स्कूल के थिएटर ग्रुप का हिस्सा थे. पहली ही नज़र में दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे.
कैरोल ने बीबीसी के आउटलुक प्रोग्राम को बताया, “मैं एक ऐसे स्कूल में पढ़ता था, जहां सिर्फ़ लड़के थे. वहीं डेबी लड़कियों के स्कूल में थी.”
उन्होंने कहा, “एक जॉइंट ऑडिशन के दौरान हम सब ऑडिटोरियम में बैठे थे. उस वक्त मैंने अपने दोस्त से कहा कि वो लड़की दिख रही है? मैं उसे स्कूल डांस के कार्यक्रम में लेकर आऊंगा.”
डेबी वेबर ने याद करते हुए कहा, “मैं ऑडिटोरियम में अकेली बैठी थी क्योंकि दूसरे स्कूलों से आई लड़कियों को मैं जानती नहीं थी. जब मैंने उसे देखा तो मुझे लगा कि वह अब तक का सबसे प्यारा लड़का है.”
बात सिर्फ़ दोनों के एकसाथ डांस करने पर ही ख़त्म नहीं हुई. उसके बाद से दोनों एक दूसरे से दूर रह ही नहीं पाए.
दोनों ने मैरीलैंड भाग जाने का प्लान तक बना लिया था, क्योंकि वहां कम उम्र में शादी करना आसान था.
लेकिन फिर सबकुछ बदल गया. डेबी वेबर के गर्भवती होने की ख़बर ने उनके सपनों को धराशायी कर दिया. इसने दोनों को एक-दूसरे से 40 साल से भी ज़्यादा समय के लिए अलग कर दिया.
आज, इतने सालों बाद वे फिर से एक-दूसरे से मिले हैं. वे कहते हैं कि अब वे उस प्यार को संजोकर रखते हैं, जिसे वे अपनी जवानी में पूरी तरह जी नहीं पाए.
लेकिन यहां तक पहुंचने की उनकी कहानी किसी हॉलीवुड फ़िल्म से कम नहीं रही.
अचानक मिली ख़बर
इमेज स्रोत, Personal collection
जब डेबी वेबर के माता-पिता को यह ख़बर मिली कि उनकी बेटी गर्भवती हो गई है, तो उन्होंने एक हद तक काफ़ी साथ दिया. हालांकि उस वक्त का समाज ऐसी किसी चीज़ को बहुत सहजता से नहीं लेता था.
डेबी वेबर ने बीबीसी को बताया, “वे बहुत प्यारे थे. उन्हें केविन भी बहुत पसंद था. वे जानते थे कि वह अच्छा लड़का है और हम एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं, लेकिन उस समय गर्भवती हो जाने वाली लड़कियों के लिए हालात बहुत अलग थे.”
इसलिए फ़ैसला किया गया कि डेबी को सिंगल मदर्स के लिए बने एक ख़ास घर में भेजा जाएगा.
डेबी याद करती हैं, “मेरी मां ने इस बात की इजाज़त दी थी कि केविन मुझे आकर ले जा सकता था. हम कार से घूमने जाते थे और साथ में खाना खाते थे.”
इस पूरे समय के दौरान दोनों के मन में यह उम्मीद बनी रही कि कभी न कभी वे शादी कर पाएंगे और जन्म लेने वाले बच्चे को साथ मिलकर पालेंगे.
जैसा कि डेबी कहती हैं, “मुझे उम्मीद थी कि जब सिंगल मदर्स वाले घर में रहने का समय ख़त्म हो जाएगा और वे मुझे बाहर जाने देंगे तो हम शादी कर पाएंगे.”
केविन इस उम्मीद को लेकर बहुत आश्वस्त थे. यह देखते हुए उन्होंने अपनी मां को इस बात के लिए मना लिया था कि वह 17 साल की उम्र में ही उन्हें अमेरिकी मरीन कोर में भर्ती करा दें.
ऐसा करने के पीछे एक ख़ास वजह थी. वह कहते हैं, “मुझे पता चला कि अगर मैं मरीन्स में भर्ती हो जाऊं तो मैं डेबी को पैसे भेज सकता हूं और इसलिए शादी की ज़रूरत नहीं है.”
उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद थी कि मरीन विभाग डेबी और बच्चे की मेडिकल देखभाल भी करेगा. मुझे लगता था कि जब मेरी ट्रेनिंग ख़त्म होगी, तब हम शादी कर सकेंगे.”
लेकिन यह सब सिर्फ़ एक उम्मीद ही रह गया. ट्रेनिंग के दौरान केविन को डेबी का एक पत्र मिला. इसमें लिखा था कि वह बच्चे को गोद देने के लिए तैयार हो गई है.
केविन ने बताया कि यह सुनकर उनकी आवाज़ भर आई थी. वह कहते हैं, “मुझे वह एहसास आज भी याद है. मैं कई मरीन्स के साथ ट्रेनिंग में था. वहां भावनाएं दिखाना मना होता था… लेकिन अंदर से मेरी पूरी दुनिया टूट गई थी.”
ज़िंदगी ने बदली करवट
इमेज स्रोत, Personal collection
जब केविन वियतनाम युद्ध में भेजे जाने वाले थे, तब डेबी ने उनके साथ अपना रिश्ता ख़त्म कर दिया.
इसके बाद डेबी को अपने बच्चे को छोड़ देने के डरावने सपने आते रहते थे. कुछ राहत तब मिली जब डॉक्टर ने बताया कि एक परिवार बच्चा गोद लेना चाहता है.
डॉक्टर ने उनसे कहा, “एक परिवार है, जिनके पहले से चार बच्चे हैं, लेकिन मां अब और बच्चे नहीं कर सकती. अगर तुम्हारी बेटी होती है तो वे उसे गोद लेना चाहेंगे.”
आख़िरकार डेबी ने एक बेटी को जन्म दिया, जो उनके अनुसार बिल्कुल केविन जैसी दिखती थी.
उन्होंने बच्ची को उस परिवार को दे दिया. ऐसा करने से पहले उन्होंने यह नहीं सोचा कि कि वे कौन लोग हैं और बेटी को कैसा जीवन देंगे.
इसके बाद उनका परिवार एक नई ज़िंदगी शुरू करने के लिए किसी और जगह चला गया. वहीं दूसरी तरफ़ केविन वियतनाम युद्ध में थे.
केविन ने बताया, “मेरा काम उन पायलटों को वापस लाना था जिनके विमान लड़ाई में गिर जाते थे. 10 अक्तूबर 1969 को हम एक सप्लाई हेलीकॉप्टर को बचाने गए थे.”
इस ऑपरेशन के दौरान केविन के बांहों, पैरों और पीठ में काफ़ी चोट लगी.
उन्होंने बताया, “मुझे लगा कि मैं ज़िंदा नहीं बचूंगा. उस वक़्त मैंने भगवान से एक तरह से लड़ते हुए यह भी कहा कि मुझे यकीन नहीं होता कि आप मुझे यहां मरने देंगे…घर से 18 हज़ार मील दूर…बिना डेबी और अपने बच्चे को देखे.”
इसी दौरान एक मरीन सैनिक ने उनकी जान बचाई. केविन को पहले फिलीपींस और बाद में जापान ले जाया गया. इसके बाद वह इलाज और आराम के लिए अमेरिका वापस लौटे.
वह बताते हैं, “उस समय मेरी 18 सर्जरी हुईं. उसके बाद और 20 सर्जरी हो चुकी हैं, लेकिन मैं व्हीलचेयर से वॉकर तक पहुंचा, वॉकर से बैसाखियों तक और बैसाखियों से छड़ी तक. इसके बाद मैंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.”
इतनी परेशानियों के बीच भी केविन ने डेबी को खोजने की कोशिश की.
लेकिन डेबी मन ही मन बहुत पछतावा महसूस कर रही थीं. वह सबकुछ भूलने की कोशिश में भी लगी थीं.
उन्होंने कई बार शादी की और उन्हें तीन बेटियां भी हुईं. दूसरी तरफ अपनी पत्नी की मौत के बाद केविन अकेले थे.
उन दोनों में से किसी को भी उस बेटी की कोई खोज ख़बर नहीं मिली, जिसे सालों पहले गोद दे दिया गया था.
एक दूसरे की तलाश
इमेज स्रोत, Personal collection
आख़िरकार डेबी वेबर ने फ़ैसला किया कि वह अपनी बेटियों को पूरी सच्चाई बता देंगी.
वह याद करते हुए बताती हैं, “वह मदर्स डे था. हम रसोई में थे. मैंने अपनी बेटियों से कहा कि मुझे तुमसे एक बात कहनी है. जब मैं बहुत छोटी थी, तब मुझे एक बेटी हुई थी. इसके बाद मैंने उन्हें पूरी कहानी बताई कि कैसे केविन और मैं एक-दूसरे से प्यार में पड़ गए थे.”
उनकी एक बेटी ने कहा कि वह इस बारे में और ज़्यादा जानना चाहती है ताकि उस लड़की को खोजा जा सके.
डेबी ने बताया, “मुझे उस परिवार का सरनेम पता था. मुझे यह भी पता था कि उनके चार बेटे थे. मुझे वह इलाक़ा भी याद था जहां वे रहते थे.”
इतनी जानकारी काफ़ी थी. डेबी की बेटी ने थोड़ी खोजबीन की और उस परिवार को ढूंढ निकाला. उसने उस परिवार के चार बेटों में से एक से संपर्क किया. जवाब में एक फ़ोन कॉल आया और यह फ़ोन करने वाली ख़ुद वैल थी, जिसे सालों पहले गोद दे दिया गया था.
इमेज स्रोत, Personal collection
वैल ने बीबीसी को बताया, “मैंने सुबह आठ बजे उन्हें फ़ोन किया. मैंने कहा कि हमें बहुत सारी बातें करनी हैं, लेकिन मैं उनके किए फ़ैसले की कद्र करती हूं. मेरे मन में कोई नाराज़गी नहीं थी.”
डेबी वेबर के लिए यह जवाब दिल को राहत देने वाला था. उन्होंने कहा, “मेरे अंदर जो सालों से शर्म और पछतावा जमा था, वो सब एकदम पिघल गया.”
उसी रात दोनों ने मुलाक़ात की और इस दौरान एक बड़ा सवाल उठा. ये सवाल था कि आख़िर वैल के असली पिता यानी केविन कहां हैं?
इंटरनेट पर काफ़ी खोजने के बाद उनकी पत्नी के मौत का एक शोक-संदेश मिला. इसके बाद डेबी ने केविन को एक पत्र लिखा.
इमेज स्रोत, Personal Collection
इसके बाद एक और ख़ास पल आया. डेबी वेबर याद करते हुए कहती हैं, “मैंने कहा कि मुझे तुमसे एक और बात बतानी है… मैंने हमारी बेटी को ढूंढ लिया है. क्या तुम उससे मिलना चाहोगे?”
केविन ने ज़ोर से ‘हाँ’ कहा. इसके बाद उनकी मुलाक़ात डेबी के घर पर तय हुई. जब केविन पहुंचे, तो वैल अपनी मां की प्रतिक्रिया देखकर हंस पड़ी.
डेबी ने कहा, “अरे, ये तो कितने हैंडसम हैं.”
इमेज स्रोत, Personal collection
वैल और उनके पिता केविन घंटों बैठकर बातें करते रहे. बाद में केविन ने स्वीकार किया कि उन्होंने कभी डेबी से प्यार करना बंद ही नहीं किया था.
ना भाग सकने और एक दूसरे से अलग होने के क़रीब 40 साल बाद दोनों ने शादी कर ली. अब दोनों क़रीब 70 के हैं और एक दूसरे का पूरा ख्याल रख रहे हैं.
डेबी कहती हैं, “हम एक-दूसरे की देखभाल कर सकते हैं. एक-दूसरे को प्यार दे सकते हैं… सच कहूं तो, मुझे अब और कुछ नहीं चाहिए.”
यह कहानी बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के आउटलुक प्रोग्राम के एक एपिसोड पर आधारित है.