प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भाजपा कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव से पहले जीत का मंत्र दिया। उन्होंने बूथ स्तर पर ध्यान केंद्रित करने और उसे मजबूत करने के तरीके बताए। पीएम मोदी ने कांग्रेस के पतन के कारणों पर चर्चा की और भाजपा को उससे सीखने की सलाह दी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पांच महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को विधानसभा सीट को भूल कर सिर्फ बूथ जीतने पर फोकस करने को कहा और बूथ को कैसे मजबूत किया जाए इसका तरीका भी समझा दिया।
29 मई को प्रधानमंत्री सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तरप्रदेश में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। लेकिन इतने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद उन्होंने पटना में पार्टी के कार्यकर्ताओं और विधायकों से मिलने का मौका निकाल लिया और उनसे सहज और अनौपचारिक बातचीत की।
कांग्रेस को लेकर करने लगे चर्चा
हंसी-खुशी के माहौल में उन्होंने कार्यकर्ताओं कांग्रेस के पतन के कारणों पर चर्चा की और उससे सीखने की सलाह दी। खासकर विधायकों ने बताया कि वंशवाद, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, नेतृत्वहीनता, जनसंपर्क की कमी, युवाओं से दूरी और संगठन की समाप्ति कांग्रेस के पतन की असली वजह है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के पतन की इस संस्कृति से भाजपा को दूर रखने की हिदायत और राजनीति में धर्य के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यकर्ताओं को बूथ को मजबूत करने का बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने हर समाज, हर मोहल्ले से संपर्क और हर योजना के लाभार्थियों की जानकारी रखने को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर राजग सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग करने और सोशल मीडिया पर निरंतर सक्रिय रहने को कहा।
‘चुनाव पैसे से नहीं, मेहनत से जीते जाते’
इन बैठकों में प्रधानमंत्री लगातार जनता जनार्दन की सेवा करने और जमीन से जुड़े रहने और विनम्र बने रहने की सलाह देने के साथ ही सुशासन के टिप्स भी देते रहे हैं। भाजपा को मिले ऐतिहासिक जनादेश को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यकर्ताओं और विधायकों से पार्टी को और मजबूत करने की दिशा में काम करने का भी आह्वान किया।यह भी पढ़ें: बैंकों के लिए सिरदर्दी बनी डिजिटल पेमेंट फ्रॉड, दस साल में 722 करोड़ का हुआ नुकसान