महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान से एक दिन पहले एक राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े पर विपक्षी दलों ने पैसे बांटने के आरोप लगाए हैं.
इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर पोस्ट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है.
पैसे बांटने के आरोप तब लगे जब बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर समेत कई नेताओं ने पालघर ज़िले के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र के एक होटल में हंगामा शुरू किया.
इस हंगामे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें कई लोग नोट लहरा रहे हैं.
इस घटना के बाद बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने पैसे बांटने के आरोपों को ख़ारिज किया है और चुनाव आयोग से मांग की है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच हो.
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने बताया है कि इस मामले में अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं महाराष्ट्र पुलिस ने बताया है कि इस मामले में दो एफ़आईआर दर्ज की गई हैं.
क्या है पूरा मामला?
मुंबई के विरार इलाक़े के एक होटल में मंगलवार को बीजेपी नेता विनोद तावड़े पहुंचे हुए थे. उसी दौरान बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और दावा किया कि तावड़े मतदाताओं को पैसा बांटने आए हैं.
हंगामे के बाद विनोद तावड़े ने मीडिया को बताया, “नालासोपारा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी. वहां पर चुनाव के दिन की आचार संहिता के बारे में बताने के लिए मैं पहुंचा था. सामने वाले हमारे मित्र पार्टी के लोगों (क्षितिज ठाकुर) को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं. चुनाव आयोग, पुलिस इसकी जांच कर ले. सीसीटीवी फुटेज देख ली जाए. फिर भी चुनाव आयोग को निष्पक्ष जाँच करनी चाहिए, ये मेरा मानना है.”
वहीं, महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी किरण कुलकर्णी ने कहा, “सूचना मिलने के बाद पुलिस नालासोपारा पहुंची. चुनावी आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई फ्लाइंग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंची. कुछ बरामदगी भी की गई है. अलग-अलग धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज कराए जाने की प्रक्रिया अभी चल रही है. फिलहाल सबकुछ नियंत्रण में है. अगर कोई आचार संहिता का उल्लंघन करेगा तो उस पर क़ानून के तहत कार्रवाई होगी.”
वसई ज़ोन-2 की डीसीपी पूर्णिमा चौगुले ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया है कि इस मामले में दो एफ़आईआर दर्ज की गई हैं और तीसरी एफ़आईआर अवैध तरीक़े से प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने को लेकर दर्ज की जा रही है.
उन्होंने बताया, “साढ़े 11 बजे हमें पता चला कि बीजेपी और बहुजन विकास अघाड़ी के कुछ कार्यकर्ता जमा हुए हैं. तुरंत मैंने पुलिस स्टाफ़ को यहां भेज दिया. ऊपर के फ़्लोर पर बीजेपी के लोग थे और नीचे के फ़्लोर पर बहुजन विकास अघाड़ी के लोग थे. कुछ पैसे और डायरियां मिली हैं. उसी के तहत दो एफ़आईआर दर्ज की गई हैं.”
विपक्ष का निशाना
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एससीपी) ने बयान जारी किए हैं.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा है, “मोदी जी, यह पांच करोड़ किसके सेफ़ से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेम्पो में भेजा?”
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा है, “हमने महाराष्ट्र में पूरे चुनाव में सत्ता और संसाधनों का दुरुपयोग करते हुए बीजेपी, उनके घटक दलों और महाझूठी सरकार को देखा है. अब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं. सवाल ये है कि चुनाव आयोग अब क्या करेगा?”
वहीं, शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, “बीजेपी की योजना खत्म हो गई है. ठाकुर (क्षितिज ठाकुर) ने वो किया जो चुनाव आयोग को करना चाहिए था. चुनाव आयोग के अधिकारी हमारे बैग चेक करते हैं, लेकिन बीजेपी के इन लोगों की कोई जाँच नहीं होती.”
होटल में हंगामे के बाद बहुजन विकास अघाड़ी के नेता हितेंद्र ठाकुर ने पत्रकारों से कहा, “यहां पर इलेक्शन कमिश्नर को पैसे मिले हैं, उनको डिक्लेयर कर देने दो कितने पैसे बंटे हैं क्योंकि बैग में डायरियां हैं और उसमें नाम लिखे हैं. बीजेपी के एक नेता ने मुझे बताया था कि वो (विनोद तावड़े) पांच करोड़ रुपये लेकर आने वाले थे. मुझे प्रेस कॉन्फ़्रेंस की भी अनुमति नहीं है. प्रशासन का दबाव है और चुनाव आयोग भी दबाव में काम करती है इसलिए मुझे उम्मीद नहीं है.”
एनसीपी (एससीपी) के नेता क्लाइड क्रेस्टो ने कहा , “ये एक बहुत गंभीर अपराध है. चुनाव लोकतंत्र का हिस्सा है जो जनता की आवाज़ है और विनोद तावड़े जनता की आवाज़ को ख़रीदने की कोशिश कर रहे हैं. मैं मानता हूं कि एफ़आईआर दर्ज की जा चुकी होगी, लेकिन ये यहीं नहीं रुकना चाहिए. अगर उन्होंने अपराध किया है तो उन्हें गिरफ़्तार किया जाना चाहिए.”
बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके विनोद तावड़े का बचाव किया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ने कहा , “महाराष्ट्र में निराधार आरोप लगाकर वातावरण को प्रभावित करने की आख़िरी कोशिश महाविकास अघाड़ी ने की है. विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय महासचिव हैं और संगठन से जुड़े अनेक कामों को देख रहे हैं. वो ठाणे से जा रहे थे और सांगठनिक दायित्वों के अनुरूप अलग-अलग प्रत्याशियों से हाल-चाल ले रहे थे. इसी दौरान होटल में चल रही बैठक के लिए उन्हें बुलाया गया. चुनाव पूर्व तैयारियों की ये इनडोर बैठक थी जो पूरे नियमों के तहत हो रही थी.”
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक चरण में बुधवार यानी 20 नवंबर को मतदान होना है और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित