गुरुवार को संसद में धक्का-मुक्की के आरोपों में
बीजेपी नेताओं ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई है.
गुरुवार की शाम बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर, बांसुरी
स्वराज और हेमांग जोशी ने पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में राहुल गांधी के
ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पुलिस ने राहुल गांधी
के ख़िलाफ़ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109, 115, 125 131 और 351 के तहत
प्राथमिकी दर्ज की है.
एफ़आईआर दर्ज कराने के बाद अनुराग ठाकुर ने मीडिया से कहा, “हम भी विपक्ष में रहे हैं. हम भी प्रदर्शन करते थे लेकिन सभ्य तरीके से. कांग्रेस ने जो किया है, वह उनकी सोच पर सवाल खड़े करता है. राहुल गांधी ने जो किया है, उस पर कांग्रेस भी शर्मिंदा है लेकिन माफ़ी मांगने को तैयार नहीं है.”
अनराग ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी अपने इस कृत्य पर शर्मिंदा भी नहीं हैं. हमने थाने में जाकर एक एफ़आईआर दर्ज कराई है, जो कि इनके हमले को लेकर है. हमने पुलिस से कहा है कि आप जांच करें और उचित कार्रवाई करें.”
वहीं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी राहुल गांधी पर एफ़आईआर दर्ज कराने के मद्देनज़र अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ख़िलाफ़ एफ़आईआर को भटकाव की राजनीति बताते हुए लिखा, “बाबा साहब की विरासत की रक्षा करने के लिए राहुल गांधी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज होना सम्मान की बात है. वैसे भी, राहुल गांधी पहले से ही भाजपा के राजनीतिक प्रतिशोध के कारण 26 एफ़आईआर का सामना कर रहे हैं और यह नई एफ़आईआर उन्हें या कांग्रेस को जातिवादी आरएसएस-भाजपा शासन के खिलाफ खड़े होने से नहीं रोक पाएगी.”
गुरुवार को संसद के बाहर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी ने राहुल गांधी पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया था.
जिसके बाद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती भी हुए थे.
वहीं बीजेपी के इन आरोपों के जवाब में गुरुवार की शाम राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस भी की थी.
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी कहा था कि बीजेपी ने यह सब जानबूझकर कर किया है ताकि अदानी मामले को दबाया जा सके.
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