26 अक्टूबर को एम्स में भर्ती हुईं थीं शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा को 26 अक्टूबर को तबीयत बिगड़ने पर एम्स के कैंसर सेंटर में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया और बाद में प्राइवेट वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। 4 नवंबर को उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। हाल ही में उनके पति बृज किशोर सिन्हा का भी निधन हो गया था, जिसके बाद से वह सदमे में थीं।
बेटे का भावुक पोस्ट आया सामने
‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा के निधन पर बेटे अंशुमान का भी भावुक पोस्ट सामने आया है। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने मां के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे।’
मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं रहीं।
अंशुमान सिन्हा
पीएम मोदी ने भी फोन पर पूछा था शारदा सिन्हा का हाल
अंशुमान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन करके मां की तबीयत के बारे में पूछा था। उन्होंने अपनी मां को भी यह बताया। वेंटिलेटर पर होने के बावजूद, मां ने अपनी आंखों को थोड़ा हिलाकर अपनी ख़ुशी जताई। प्रधानमंत्री ने एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास से भी बात की और उन्हें शारदा सिन्हा की अच्छी देखभाल करने के निर्देश दिए थे।
शारदा सिन्हा ने मैथिली और भोजपुरी संगीत में दिया महत्वपूर्ण योगदान
शारदा सिन्हा बिहार की एक प्रसिद्ध लोक गायिका थीं। उन्हें मैथिली और भोजपुरी संगीत में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। उन्हें अक्सर इस क्षेत्र की सांस्कृतिक राजदूत कहा जाता था। छठ पूजा के दौरान उनकी प्रस्तुतियां बहुत प्रसिद्ध थीं। उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के बिहार दौरे के दौरान भी अपनी कला का प्रदर्शन किया था।