सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विपुल एम. पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में पदोन्नत करने की केंद्र सरकार से सिफारिश की है। जस्टिस पंचोली अक्टूबर 2031 में जस्टिस जायमाल्या बागची की सेवानिवृत्ति के बाद प्रधान न्यायाधीश बन सकते हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने बांबे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विपुल एम. पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में पदोन्नत करने की केंद्र सरकार से सिफारिश की है।
शीर्ष न्यायालय के जज बनने के बाद जस्टिस पंचोली अक्टूबर 2031 में जस्टिस जायमाल्या बागची की सेवानिवृत्ति के बाद प्रधान न्यायाधीश बन सकते हैं। सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए बयान में कहा गया है प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कोलेजियम ने सोमवार को हुई बैठक में जस्टिस अराधे और जस्टिस पंचोली को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत करने की सिफारिश की।
कोलेजियम के अन्य सदस्यों में जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जेके महेश्वरी और जस्टिस बीवी नागरत्ना शामिल हैं। शीर्ष न्यायालय में इस समय में पद रिक्त हैं। जस्टिस अराधे और जस्टिस पंचोली की शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति होने पर सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या फिर 34 हो जाएगी। इसके साथ ही शीर्ष कोर्ट में जजों के कोई पद रिक्त नहीं रहेंगे और सर्वोच्च अदालत पूरी क्षमता से कार्य करेगी।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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