इमेज कैप्शन, राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और वो 20 मई को मेघालय के लिए घर से निकले थे.
मेघालय के शिलॉन्ग की एक अदालत ने मध्य प्रदेश के राजा रघुवंशी हत्या मामले में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी समेत पांच लोगों को आठ दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक स्येंम के हवाले से बताया कि पुलिस ने अभियुक्तों की 10 दिनों की रिमांड मांगी थी, वहीं कोर्ट ने उनकी 8 दिनों की पुलिस कस्टडी दी है.
सोनम समेत पांचों लोगों को बुधवार को शिलॉन्ग के ज़िला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया था. पुलिस सोनम को ट्रांज़िट रिमांड पर मंगलवार को जबकि अन्य अभियुक्तों लेकर बुधवार शिलॉन्ग पहुंची.
मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स में दो जून को इंदौर के राजा रघुवंशी का शव मिला था और एक हफ़्ते बाद उनकी लापता पत्नी सोनम रघुवंशी मेघालय से क़रीब 1000 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर ज़िले में पाई गईं.
इंदौर के दंपती राजा और सोनम रघुवंशी मेघालय हनीमून गए थे और फिर दोनों के ग़ायब होने की ख़बर सामने आई. 23 मई को ये दोनों लापता हो गए थे.
इसके 11 दिन के बाद 2 जून को ईस्ट खासी हिल्स में वेइसाडोंग फ़ॉल्स के पास क़रीब 150 फ़ीट गहरी खाई में राजा का शव मिला था.
इसके बाद 8 जून को पता चला कि सोनम रघुवंशी उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर पुलिस की हिरासत में हैं.
हालांकि अभी तक ये नहीं पता चल पाया कि वह ईस्ट खासी हिल्स से गाज़ीपुर कैसे पहुंचीं.
ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक स्येंम ने पत्रकारों को बताया, “जांच चल रही है, हमें बहुत सी बातों की पुष्टि करनी है. उनके ख़िलाफ़ हत्या में शामिल होने के सबूत हैं. लेकिन, पूछताछ के बाद चीजें स्पष्ट होंगी.”
राजा और सोनम के परिजनों का क्या कहना है?
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इमेज कैप्शन, राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी ने अपने बेटे के लिए इंसाफ़ की मांग की है
राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी ने कहा, “मुझे अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए. दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए. मेरे बेटे ने क्या किया है? उसकी क्या गलती थी? उसे क्यों मारा गया?”
बीबीसी से बात करते हुए राजा की मां उमा रघुवंशी ने कहा था, “दोनों परिवारों के बीच सब कुछ रजामंदी से हुआ था. दोनों ख़ुश थे. शादी के बाद के दिनों में सोनम का हमारे साथ रहना ऐसा था, मानो कोई बहुत पुराना रिश्ता हो. हमें तो विश्वास नहीं होता कि सोनम ऐसा कर सकती है”.
उधर, सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने कहा कि, ‘उनकी बहन ने खुद को दोषी नहीं माना है.’
एएनआई के मुताबिक़, गोविंद ने कहा कि पकड़े गए अभियुक्तों में से एक राज कुशवाह से उनकी बहन सोनम के साथ तीन साल से परिचय था.
उन्होंने कहा, “राज कुशवाह हमेशा उन्हें ‘दीदी’ कहकर बुलाते थे. पिछले तीन सालों से सोनम राज कुशवाह को राखी बांधती आ रही हैं.”
इससे पहले सोनम के पिता देवी सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में अपनी बेटी को ‘बेगुनाह’ बताया था और कहा था कि उन्हें अपनी ‘बेटी पर पूरा भरोसा है कि वो कोई ऐसी हरकत नहीं कर सकती.’
क्या है पूरा मामला
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इमेज कैप्शन, परिजनों का कहना है कि राजा और सोनम रघुवंशी की शादी उनकी रज़ामंदी से हुई थी
दो जून को ईस्ट खासी हिल्स में वेइसाडोंग फ़ॉल्स के पास क़रीब 150 फ़ीट गहरी खाई में राजा रघुवंशी का शव मिला लेकिन सोनम लापता थीं.
राजा रघुवंशी का शव बुधवार 4 जून की शाम मेघालय से उनके घर पहुंचा था.
दंपती 23 मई को लापता होने से एक दिन पहले ही मेघालय के नोंग्रियाट पहुंचे थे और उन्हें आख़िरी बार शिपारा होमस्टे से चेकआउट करते हुए देखा गया था.
पुलिस स्थानीय लोगों और टूरिस्ट गाइडों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही थी लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था.
उस वक्त ईस्ट खासी हिल्स ज़िले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक स्येंम ने बीबीसी हिंदी को बताया था, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक हत्या थी. हमने वारदात में इस्तेमाल किया गया एक ‘दाओ’ (धारदार बड़ा चाक़ू) भी बरामद किया है.”
मेघालय पुलिस ने दावा किया था कि जब मामले में ‘तीन अन्य लोगों की गिरफ़्तारी हुई’ तब सोनम ‘सामने आईं’ और यह अपने आप में ‘सब कुछ बयां ‘कर देता है.
हालांकि पहले सोनम के पिता देवी सिंह ने मेघालय पुलिस पर कहानी बनाने का आरोप लगाया था.
सोनम का पता कैसे चला
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इमेज कैप्शन, 23 मई को राजा और सोनम को आख़िरी बार शिपारा होमस्टे से चेकआउट करते हुए देखा गया था
दंपती के लापता होने के बाद 17 दिनों से सोनम रघुवंशी की तलाश जारी थी. 10 दिन बाद जब राजा रघुवंशी का शव मिला इसके बाद सोनम की तलाश शुरू हुई.
मेघालय पुलिस को राजा के शव के पास लाल और काले रंग का एक रेनकोट मिला था. इसके अलावा होटल के बाहर की सीसीटीवी फ़ुटेज मिली. इसके अलावा सोनम के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी.
सोनम के पिता देवी सिंह ने पत्रकारों को बताया कि आठ जून को देर रात सोनम ने उत्तर प्रदेश के किसी ढाबे से अपने भाई गोविंद सिंह को फ़ोन किया था.
उन्होंने कहा, “इसके बाद हमने पुलिस को यह सूचना दी जहां से पुलिस उसे ले गई.”
ग़ाज़ीपुर में नंदगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाईवे पर काशी ढाबा मौजूद है. ग़ाज़ीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने बताया था कि एमपी पुलिस ने संपर्क किया, जिसके बाद ढाबे से उन्हें रिकवर किया गया.
काशी ढाबा के संचालक साहिल यादव ने मीडिया को बताया, “सोनम ने परिजन को कॉल करने के लिए मेरा फ़ोन मांगा था. अपने परिवार से फ़ोन पर बातचीत के दौरान वह रोने लगी थी. कुछ समय बाद, उनके भाई ने मुझे फ़ोन किया और स्थानीय पुलिस को सूचित करने के लिए कहा. पुलिस यहां पहुंची और रात करीब 2:30 बजे उन्हें ले गई थी.”
साहिल का कहना है कि जब उन्होंने सोनम से पूछा कि वह यहां तक कैसे पहुंचीं तो सोनम ने कोई जवाब नहीं दिया.
इंदौर के पुलिस उपायुक्त (क्राइम) राजेश दंडोतिया ने बीबीसी को बताया था कि इससे पहले इंदौर पुलिस और शिलॉन्ग पुलिस ने साझा अभियान चलाकर तीनों को हिरासत में लिया था.
बाद में मेघालय के डीजीपी आई नोंगरांग ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “इंदौर के व्यक्ति की हत्या के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें उसकी पत्नी भी शामिल है. हनीमून के दौरान कथित तौर पर पत्नी ने हत्या की साजिश रची थी और इसे अंजाम देने के लिए अन्य लोगों की मदद ली थी.”
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, रिमांड मिलने के बाद सभी पांचों अभियुक्तों को वापस शिलॉन्ग सदर पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
मेघालय पुलिस अब अभियुक्तों से पूछताछ करेगी और घटना की सभी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश करेगी.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित