• Thu. Dec 18th, 2025

24×7 Live News

Apdin News

स्टूडेंट वीजा पर हैदराबाद से ऑस्ट्रेलिया गया था सिडनी हमले का मास्टरमाइंड, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

Byadmin

Dec 18, 2025


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का त्योहार के दौरान हमला करने वाला साजिद अकरम मूल रूप से भारतीय था। वह हैदराबाद का रहने वाला है और साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद से अरकम कई वर्षों से ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता प्राप्त करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन वह सफल नहीं हो सका।

पुलिस के अनुसार, अरकम ने आखिरी बार अपना भारतीय पासपोर्ट साल 2022 में रिन्यू कराया था और उसने कभी पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि वह ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद जितनी बार भारत आया, वह उसकी निजी यात्रा थी। जो मुख्य रूप से परिवार और संपत्ति से जुड़ी थी। भारत में किसी चरमपंथी गतिविधि से उनका कोई संबंध नहीं मिला।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (ISIO) ने 2019 में साजिद के 24 वर्षीय बेटे और बोंडी बीच हत्याकांड के अन्य आरोपी नवीद से सिडनी में एक स्थानीय इस्लामिक स्टेट सेल से कथित संबंधों के संबंध में पूछताछ की थी। हालांकि, एएसआईओ ने उसे तत्काल खतरा न मानते हुए जांच में बरी कर दिया था।

खुफिया एजेंसी की निगरानी में नहीं था साजिद

पुलिस ने आगे बताया कि साजिद ऑस्ट्रेलियाई खुफिया एजेंसियों की निगरानी में नहीं था और नवीद और वह भारत से संचालित होने वाले किसी भी चरमपंथी समूह से संबद्ध नहीं थे। तेलंगाना पुलिस के खुफिया अधिकारियों ने हैदराबाद में दोनों की यात्राओं की भी जांच की ताकि उनकी यात्राओं का उद्देश्य पता चल सके और वे किन लोगों से मिले थे। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि ये यात्राएं निजी थीं और साजिद ज्यादातर अपने करीबी परिवार के साथ ही संपर्क में रहा।

कब गया था ऑस्ट्रेलिया?

गौरतलब है कि साजिद साव 1998 में छात्र वीजा पर हैदराबाद छोड़कर ऑस्ट्रेलिया चला गया। लेकिन वहां उसने कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की, बल्कि फल विक्रेता के रूप में बसने से पहले कई तरह की नौकरियां कीं। 2000-2001 में उसने ऑस्ट्रेलियाई महिला वेनेरा ग्रॉसो से शादी की और 2001 में उन्हें अपने माता-पिता से मिलवाने के लिए हैदराबाद ले आया। इसके बाद वह 2004 में हैदराबाद में अपने बेटे नवीद को परिवार से मिलवाने आया। वहीं, जब 2009 में उसके पिता की मौत हुई तो साजिद अंतिम संस्कार में नहीं आया।

By admin