हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं. हरियाणा चुनावों में 48 सीटों के साथ बीजेपी को बहुमत मिली है तो वहीं 37 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बसपा ने इनेलो के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. इनेलो के खाते में दो सीटें गई हैं तो बीएसपी का खाता भी नहीं खुल सका.
हरियाणा चुनाव में खाता न खोल पाने के बाद मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी है.
मायावती ने कहा है, “हरियाणा विधानसभा आम चुनाव बसपा और इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया, जिससे बसपा के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए हालांकि बसपा का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ.”
उन्होंने कहा है, “यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बसपा से एमएलए और सरकार में मंत्री भी बने हैं. हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह है.”
मायावती ने कहा है, “बसपा के लोगों ने पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ और आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी.”
उन्होंने कहा है, “लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है. नया रास्ता निकलेगा.”