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हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं… रविचंद्रन अश्विन का 25 सेकंड का वीडियो वायरल, बड़े विवाद को दी हवा! – watch hindi not our national language r ashwin 25 seconds viral video triggers india language debate

Byadmin

Jan 10, 2025


नई दिल्ली: भारत ऐसा देश है, जहां हर प्रदेश में अलग-अलग भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदी और इंग्लिश ऐसी भाषाएं हैं, जो सभी को जोड़ने का काम करती हैं। हालांकि, इंग्लिश मेट्रो शहरों तक ही सीमित है। हिंदी राष्ट्रीय भाषा है या नहीं इस पर अक्सर विवाद होता रहा है। अब भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने भाषा के इस विवाद को हवा दे दी है। एक इवेंट के दौरान अश्विन ने कहा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं बल्कि आधिकारिक भाषा है। यह एक ऐसी टिप्पणी है जो बहस को जन्म दे सकती है।अश्विन ने यह बयान तमिलनाडु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज समारोह में दिया। कॉलेज में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए अश्विन ने पूछा कि क्या यहां उपस्थित लोग हिंदी में प्रश्न पूछने के लिए तैयार हैं, यदि वे अंग्रेजी या तमिल में सहज नहीं हैं। उन्होंने विकल्प देते हुए पूछा- अंग्रेजी के छात्र… इस पर कुछ आवाजें हां में आईं। उन्होंने फिर तमिल के बारे में पूछा तो हां में शोर और भी तेज हो गया। इस पर अश्विन ने कहा- ठीक है, हिंदी? जवाब में छात्र अचानक चुप हो गए।

इसके बाद अश्विन ने तमिल में कहा- मैंने सोचा कि मुझे यह कहना चाहिए। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है, यह एक आधिकारिक भाषा है। साउथ के प्रदेशा में हिंदी भाषा का इस्तेमाल करना हमेशा से ही संवेदनशील विषय रहा है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में नई बहस को जन्म दे सकती है, जब तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके सहित कई विपक्षी दलों ने केंद्र पर राज्यों, विशेष रूप से दक्षिण में हिंदी थोपने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

इसी कार्यक्रम में अश्विन ने टीम इंडिया की कप्तानी के विषय पर भी बात की। अनुभवी ऑफ स्पिनर ने कूटनीतिक अंदाज में जवाब दिया। अश्विन ने बताया- जब कोई कहता है कि मैं यह नहीं कर सकता तो मैं इसे पूरा करने के लिए जाग जाता हूं, लेकिन अगर वे कहते हैं कि मैं कर सकता हूं तो मेरी रुचि खत्म हो जाती है। अश्विन ने अपनी पृष्ठभूमि के बारे में भी बताया कि उन्होंने इंजीनियरिंग की है।

अश्विन ने छात्रों से कहा कि वे कभी हार न मानें और संदेह के समय में भी अपने रास्ते पर दृढ़ रहें। उन्होंने कहा- अगर किसी इंजीनियरिंग स्टाफ ने मुझसे कहा होता कि मैं कप्तान नहीं बन सकता, तो मैं और अधिक मेहनत करता। यदि आप एक छात्र हैं तो आप कभी नहीं रुकेंगे। यदि आप नहीं रुकेंगे तो सीखना बंद हो जाएगा और उत्कृष्टता (excellence) आपके अलमारी में बस एक शब्द बनकर रह जाएगी।

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