इमेज स्रोत, National Maritime Services / Fraser Yachts
अमेरिकी सरकार दुनिया की सबसे महंगी सुपरयॉटों में से एक की नीलामी कर रही है.
इस यॉट में इन्फिनिटी पूल, आठ कमरे, सौना और एक हेलिपैड मौजूद है.
सुपरयॉट ‘अमाडेआ’ को अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट की क्लेप्टोकैप्चर टास्क फोर्स ने फ़िजी के तट से ज़ब्त किया था. यह टास्क फोर्स इसी साल गठित की गई थी.
अमेरिका ने 2022 में इस यॉट की क़ीमत 23 करोड़ डॉलर आँकी थी.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह यॉट रूसी राजनेता सुलेमान केरीमोव के परिवार की है, हालांकि केरीमोव ने इस दावे को खारिज किया है.
यह अब तक टास्क फोर्स की सबसे बड़ी जब्ती मानी जा रही है.
तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे रूस के धनी लोगों के “गलत फ़ायदे” का प्रतीक बताया था.
टास्क फोर्स भंग
इमेज स्रोत, National Maritime Services / Fraser Yachts
‘अमाडेआ’ उन कई यॉट, हवाई जहाजों और आलीशान संपत्तियों में से एक है जिन्हें टास्क फोर्स ने ज़ब्त किया है.
इनमें से कई संपत्तियां अभी कानूनी विवादों में उलझी हुई हैं.
पिछले वर्ष अमेरिकी कांग्रेस ने कानून पारित किया था, जिसके तहत यूक्रेन की सैन्य मदद के लिए ज़ब्त रूसी संपत्तियों को यूक्रेन को देने का अधिकार दिया गया.
ट्रंप प्रशासन के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद तत्कालीन अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने इस टास्क फोर्स को भंग कर दिया था.
325 मिलियन डॉलर थी यॉट की कीमत
इमेज स्रोत, National Maritime Services / Fraser Yachts
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, 2017 में बनी इस यॉट की कीमत कभी 32.5 करोड़ डॉलर आंकी गई थी.
वास्तविक मालिकाना हक को लेकर लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अब इसे भारी छूट पर बेचे जाने की संभावना है.
फ़िलहाल ज़ब्त होने के बाद से यह सुपरयॉट कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में पार्क की गई है.
यॉट में ये हैं सुविधाएं
इमेज स्रोत, National Maritime Services / Fraser Yachts
इसी साल बीबीसी को ‘अमाडेआ’ के ज़ब्त होने के दौरान इसके अंदर झांकने की अनुमति मिली थी.
यह यॉट एक फुटबॉल मैदान जितना लंबा है. इसके एक छोर पर हेलीपैड और दूसरे छोर पर 10 मीटर लंबा इन्फिनिटी पूल बना है.
यॉट में जिम, ब्यूटी सैलून, सिनेमा, वाइन सेलर और 16 मेहमानों के लिए आलीशान केबिन हैं.
मेहमाने की सर्विस के लिए 36 क्रू सदस्यों के रहने की व्यवस्था भी है.
कौन हैं सुलेमान केरीमोव?
इमेज स्रोत, Mikhail Svetlov / Getty Images
मार्च में न्यूयॉर्क के जज डेल हो ने इस यॉट को अमेरिकी सरकार को सौंप दिया, जिसने इसे नेशनल मैरीटाइम सर्विसेज़ और यॉट ब्रोकर फ्रेजर यॉट्स की देखरेख में नीलामी के लिए भेजा.
जज ने रिकॉर्ड में मौजूद सबूतों के आधार पर माना कि इसका मालिकाना हक़ सुलेमान केरीमोव के परिवार के पास है.
हालांकि, रूसी सांसद और अरबपति केरीमोव ने अमेरिकी दावे को खारिज किया है.
उनके प्रतिनिधियों ने 2022 में बीबीसी से कहा था कि ‘अमाडेआ’ से उनका कोई संबंध नहीं है और वे मालिकाना हक़ स्वीकार नहीं करते.
फोर्ब्स के अनुसार, 59 वर्षीय केरीमोव रूस के सबसे धनी लोगों में से एक हैं. उनकी और परिवार की संपत्ति का अनुमान 16.4 अरब डॉलर लगाया जाता है. उन्होंने ये दौलत सोवियत संघ के पतन के बाद रूसी कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदकर बनाई.
अमेरिका ने 2018 में केरीमोव पर प्रतिबंध लगाए थे, जिसके बाद मार्च में ब्रिटेन ने भी उनके ख़िलाफ़ ये कदम उठाया.
यूरोपीय संघ का कहना है कि उन्होंने यूक्रेन की स्वतंत्रता और सुरक्षा को कमजोर करने वाली नीतियों का समर्थन किया.
रख-रखाव पर 32 मिलियन डॉलर ख़र्च
इमेज स्रोत, Bloomberg via Getty Images
2023 में रूस की सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के पूर्व सीईओ एडुआर्ड खुदैनाटोव ने इस यॉट पर मालिकाना हक़ का दावा किया.
यूरोपीय संघ ने खुदैनाटोव पर भी प्रतिबंध लगाया है.
खुदैनाटोव के वकील एडम फोर्ड ने अदालत में तर्क दिया कि अभियोजकों के पास यह साबित करने के लिए कोई गवाह नहीं है कि केरीमोव ही इस सुपरयॉट के मालिक थे.
अभियोजकों ने हालांकि उन्हें केरीमोव का “स्ट्रॉ ओनर” बताया.
मार्च में जज डेल हो ने अपने फैसले में कहा कि खुदैनाटोव के पास मालिकाना हक़ का कोई वैध दावा नहीं है.
इसके बाद नीलामी का रास्ता साफ हो गया.
अदालती दस्तावेज़ों के अनुसार, जून 2022 से अब तक अमेरिकी मार्शल सेवा इस यॉट पर परिवहन, रखरखाव और भंडारण में 3.2 करोड़ डॉलर खर्च कर चुकी है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित